देहरादून। देहरादून के निकट रबा में अपनी बाटलिंग प्लांट परियोजना से से पीछे हटी शीतल पेय निर्माता कोका कोला कंपनी अब कुमांउ क्षेत्र के सितारगंज में नया संयंत्र लगा सकती है। कंपनी को पर्यावरण संबंधी मुद्दों पर विरोध के कारण छरबा की योजना छोड़नी पड़ी है।
उत्तराखंड के उधमसिंह नगर में 1700 एकड क्षेत्र में विकसित हो रहे सितारगंज औद्योगिक आस्थान में अपना नया बाटलिंग प्लांट लगाने की इच्छुक कोका कोला ने हाल ही में राज्य औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड सिडकुल से वहां पानी, कामन एफलुऐंट ट्रीटमेंट प्लांट सीईपी सहित कई संबंधित बातों पर उससे स्थिति स्पष्ट करने को कहा था। सिडकुल के प्रबंध निदेशक डा आर राजेश कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि सिडकुल की तरफ से कोका कोला को उसकी सभी शंकाओं का समाधान करते हुए विस्तृत जवाब दे दिया गया है। उन्होंने कहा, हम कोका कोला को पानी, सीइपी और अन्य चीजों से संबंधित सभी मसलों पर विस्तृत जवाब दे चुके हैं।
इससे पहले, कुमार ने बताया था कि कोका कोला सितारगंज में 70 एकड भूमि पर बाटलिंग प्लांट लगाने के सौदे को अंतिम रूप देने के काफी करीब है और उसे जल्दी ही जमीन आवंटित कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि सितारगंज में कोका कोला का निवेश 400-500 करोड के बीच होगा। कंपनी इस संबंध में सिडकुल को अर्नेस्ट मनी दे चुकी है।
कोका कोला ने दो-तीन साल पहले भी उत्तराखंड में देहरादून के निकट रबा में बाटलिंग प्लांट लगाने का प्रयास किया था लेकिन स्थानीय ग्रामीणों के पर्यावरण के आधार पर विरोध के चलते उसे अपने कदम पीछे खींचने पड़े थे। कुमार ने बताया कि कंपनी के शीर्ष अधिकारियों ने सितारगंज क्षेत्र का फील्ड सर्वेक्षण कर लिया है और आइएल एंड एफएस को पर्यावरण से जुडे मुददों पर सलाहकार नियुक्त किया है।
यह भी पढ़ें- Drink Up: दुनिया में सबसे सस्ती Coca-Cola बिकती है भारत में, रूरल मार्केट पर कब्जा जमाना चाहती है कंपनी