नई दिल्ली। कोल इंडिया ने चालू वित्त वर्ष 2019-20 में उत्पादन 8 प्रतिशत बढ़कर 66 लाख टन रहने का लक्ष्य रखा है। साथ ही कंपनी मौजूदा वित्त वर्ष में 10,000 करोड़ रुपए का पूंजी व्यय करेगी। सूत्रों ने यह जानकारी दी। इससे पिछले वित्त वर्ष में कंपनी का कोयला उत्पादन 60.7 करोड़ टन था।
सूत्र ने कहा कि 2019-20 के लिए 1 लाख करोड़ रुपए के राजस्व का लक्ष्य रखा गया है। हाल में कोयला मंत्रालय तथा कोल इंडिया की बैठक में ये लक्ष्य तय किए गए। कोल इंडिया ने 2019-20 के लिए प्रमुख क्षेत्रों में अपने प्रदर्शन को लेकर कोयला मंत्रालय के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
इसके तहत चालू वित्त वर्ष में 10,000 करोड़ रुपए का पूंजी व्यय तथा 66 करोड़ टन ईंधन उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। उत्पादन लक्ष्य पिछले साल के मुकाबले 8.75 प्रतिशत अधिक है। कंपनी का कोयला उत्पादन 2018-19 में 60.68 करोड़ टन रहा रहा, जो समझौते में निर्धारित 61 करोड़ टन के लक्ष्य से कम है।
कोल इंडिया कोयला उत्पादन करने वाली सबसे बड़ी कंपनी है और वह कुल घरेलू उत्पादन का 80 प्रतिशत कोयला खनन करती है। कोल इंडिया ने वित्त वर्ष 2018-19 में अपना स्वयं का आंतरिक लक्ष्य 65.2 लाख टन तय किया था लेकिन वह इसे हासिल नहीं कर पाई।