नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) ने कोविड-19 महामारी की वजह से पैदा हुई अड़चनों के मद्देनजर चालू वित्त वर्ष 2020-21 के लिए अपने उत्पादन लक्ष्य को घटाकर 65-66 करोड़ टन कर दिया है। पहले कंपनी ने चालू वित्त वर्ष में 71 करोड़ टन के उत्पादन का लक्ष्य तय किया था।
कंपनी के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल ने शनिवार को भारत चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित वेबिनार को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी। अग्रवाल ने कहा कि कोविड-19 महामारी की वजह से कोयले की मांग प्रभावित हुई है। हालांकि, अब उद्योगों द्वारा परिचालन शुरू करने के बाद मांग सुधर रही है। उन्होंने कहा कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए हमें उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष में हमारा उत्पादन 65 से 66 करोड़ टन रहेगा।
उन्होंने कहा कि अगस्त में कोल इंडिया की मांग में सात से आठ प्रतिशत का सुधार हुआ है। सार्वजनिक क्षेत्र की महारत्न कंपनी ने पिछले साल 60.2 करोड़ टन कोयले का उत्पादन किया था, जबकि लक्ष्य 63 करोड़ टन का था।
डिविस लैब का पहली तिमाही का शुद्ध लाभ 81 प्रतिशत बढ़कर 492 करोड़ रुपए
फार्मा कंपनी डिविस लैबोरेट्रीज का चालू वित्त वर्ष की जून में समाप्त पहली तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 80.61 प्रतिशत बढ़कर 492.06 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 272.44 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया था। बीएसई को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा कि तिमाही के दौरान उसकी कुल आय बढ़कर 1,747.80 करोड़ रुपए पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1,193.20 करोड़ रुपए थी।
कंपनी ने कहा कि उसके परिचालन पर कोविड-19 महामारी बहुत मामूली प्रभाव पड़ा है। तिमाही के दौरान उसका परिचालन काफी हद तक सामान्य रहा।