नई दिल्ली। कोल इंडिया का 31 मार्च को समाप्त चौथी तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 52.3 प्रतिशत लुढ़ककर 1,295.30 करोड़ रुपए रह गया। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी का लाभ 2,718.8 करोड़ रुपए था। इस दौरान कर्मचारियों पर खर्च बढ़ने से मुनाफे पर असर पड़ा है।
कोल इंडिया ने आज बंबई शेयर बाजार को बताया कि आलोच्य तिमाही में उसकी आय 26,633.89 करोड़ रुपए से बढ़कर 28,909.3 करोड़ रुपए हो गई। वहीं, एकीकृत खर्च भी 22,352.70 करोड़ रुपए से बढ़कर 27,757.10 करोड़ रुपए हो गया है।
कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के लागू होने के कारण परिचालन से आय जीएसटी के दायरे में आती है। परिणामस्वरूप, 31 मार्च को समाप्त तिमाही और पूरे वित्त वर्ष में परिचालन से आय और कुल खर्च की तुलना पिछले परिणामों से नहीं जा सकती है।
आलोच्य तिमाही में कर्मचारियों पर खर्च 16,653.86 करोड़ रुपए रहा, जो कि इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 9,240.67 करोड़ रुपए था। तिमाही के दौरान, उसकी एकीकृत सकल बिक्री 37,494.6 करोड़ रुपए रही, इसमें 5.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। 31 मार्च 2018 को समाप्त वित्त वर्ष में कोल इंडिया का उत्पादन 55.41 करोड़ टन (2016-17) से बढ़कर 56.73 करोड़ टन हो गया। कंपनी ने 2018-19 में इसके 63 करोड़ टन रहने का लक्ष्य रखा है।