नई दिल्ली। विश्व की सबसे बड़ी कोयला खनन कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) 14 जून को होने वाली बोर्ड की बैठक में अपने शेयरधारकों के लिए अंतिम रुप से 20 से 15 प्रतिशत अतिरिक्त लाभांश की घोषणा कर सकती है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। इस बैठक में कंपनी वित्त 2020-21 की चौथी तिमाही के नतीजों की भी घोषणा करेगी। सीआईएल हालांकि वित्त वर्ष 2021 के लिए लक्षित उत्पादन और उठाव के लक्ष्यों को हासिल करने में विफल रही, लेकिन उसने 13 हजार करोड़ रुपये के संशोधित पूंजीगत व्यय के लक्ष्य को पार कर लिया है। सूत्रों ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा, ‘‘बोर्ड लाभांश का एक हिस्सा और घोषित करने की कोशिश करेगा। पहले घोषित दो अंतरिम लाभांशों से कम होगा।’ कंपनी ने इससे 10 रुपये के प्रत्येक शेयर पर 7.5 रुपये और 5 रुपये के दो अंतरिम लाभांश घोषित किए थे।
सूत्रों ने संकेत दिया कि लाभांश का अंतिम हिस्सा 2-2.5 रुपये प्रति शेयर हो सकता है। इस तरह कुल लाभांश 15 रुपये प्रति शेयर से कम तक हो सकता हैं। इससे सबसे अधिक फायदा सरकार को होगा क्योंकि कंपनी में उसकी शेयरधारिता 66.13 प्रतिशत है। वही विश्लेषकों का अनुमान है कि कोल इंडिया के चौथी तिमाही के परिणाम कमजोर रह सकते है। लेकिन शेयर बाजार सहभागियों में तेजी बनी रही और सप्ताह के दौरान शेयर 6.24 फीसदी चढ़ गया है। पूंजीगत व्यय के लक्ष्य को प्राप्त करने पर सूत्रों ने कहा, ‘‘शुरू में लक्ष्य दस हजार करोड़ का था लेकिन कोविड19 महामारी के कारण अर्थव्यवस्था पर दबाव पड़ा और सरकार ने अर्थव्यवस्था के समर्थन के लिए धन जुटाने के लिए कहा। हमने पूंजीगत खर्च का लक्ष्य बढ़ाकर 13,000 करोड़ रुपये कर दिया है और इसे पार भी कर लिया।’’ कोल इंडिया का पूंजी व्यय वित्त 2020-21 में 13,115 करोड़ रुपये का रहा जो उससे पिछले वित्त वर्ष के 6,270 करोड़ रुपये के मुकाबले 109 प्रतिशत अधिक है।
यह भी पढ़ें: SBI देगा सिर्फ 8.5 प्रतिशत पर पर्सनल लोन, कोरोना संकट में मिलेगी मदद
यह भी पढ़ें: सस्ते होंगे कोविड-19 के इलाज में जरूरी दवा और उपकरण, जीएसटी काउंसिल की टैक्स में कटौती