नई दिल्ली। देश की प्रमुख कोयला उत्पादक कंपनी कोल इंडिया 3,650 करोड़ रुपए के शेयरों की पुनर्खरीद का कार्यक्रम तीन अक्टूबर से शुरू करेगी। सार्वजनिक क्षेत्र की इस कंपनी ने इस बारे में बंबई शेयर बाजार को जानकारी दी है।
कंपनी ने बताया कि एसबीआई कैपिटल मार्केट्स इसका प्रबंधन करेगी और यह शेयर पुनर्खरीद कार्यक्रम 18 अक्टूबर तक चलेगा।
शेयर बाजार को दी जानकारी में कंपनी ने बताया कि वह 10 रुपए अंकित मूल्य वाले 10,89,55,223 से ज्यादा शेयरों को वापस नहीं खरीदेगी। इसके लिए वह प्रति शेयर 335 रुपए का भुगतान करेगी, जो कुल मिलाकर 3,650 करोड़ रुपए होगा।
दवाओं के दाम घटने से उपभोक्ताओं को 2,288 करोड़ रुपए की बचत
- राष्ट्रीय आवश्यक दवाओं की सूची (एनएलईएम) 2015 के लागू होने के बाद 464 दवा फार्मूलेशन के अधिकतम मूल्य में कमी से उपभोक्ताओं को 2,288 करोड़ रुपए की बचत हुई है।
- एनएलईएम, 2015 तथा संशोधित अनुसूची एक की घोषणा के बाद 464 दवाओं (करीब 7,000 भिन्न स्टॉक कीपिंग इकाइयां) के दाम सरकार ने निश्चित किए हैं।
- एनएलईएम में संशोधन के लिए गठित कोर समिति ने 106 दवाओं को इसमें शामिल करने और पूर्व के एनएलईएम, 2011 से 70 दवाओं को इससे हटाने की सिफारिश की है।
- फार्मास्युटिकल मूल्य नीति के तहत सिर्फ अनुसूची एक वाली उन दवाओं का मूल्य नियंत्रण किया जा सकता है जो एनएलईएम में शामिल हैं।
- गैर अनुसूची वाली दवाओं का दाम हर साल 10 प्रतिशत बढ़ाया जा सकता है। इसकी निगरानी राष्ट्रीय फार्मास्युटिकल मूल्य प्राधिकरण (एनपीपीए) द्वारा की जाती है।
हुडको ने बांड के निजी नियोजन से 1,300 करोड़ रुपए जुटाए
- हुडको ने गैर-परिवर्तनीय बांड के निजी नियोजन से 1,300 करोड़ रुपए जुटाए हैं।
- कंपनी इस राशि का इस्तेमाल सस्ते आवास तथा शहरी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिए करेगी।
- आवास एवं शहरी विकास निगम (हुडको) ने अरक्षित, विमोच्य और गैर-परिवर्तनीय बांड को सबसे कम ब्याज दर पर जारी कर 1,300 करोड़ रुपए जुटाए हैं।
- 16 सितंबर को 7.36 प्रतिशत की दर पर जारी बांड से 700 करोड़ रुपए जुटाए गए, वहीं 22 सितंबर को जारी दूसरी किस्त से 600 करोड़ रुपए 7.35 प्रतिशत ब्याज पर जुटाए गए।
- ये बांड 30 नवंबर, 2019 तथा 22 जनवरी, 2020 को परिपक्व होंगे।