हैदराबाद। आईटी कंपनी इंफोसिस के पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी (CFO) टीवी मोहनदास पई ने आज कहा कि कंपनी के प्रमुख निवेशक इसके सह-संस्थापक एन आर नारायणमूर्ति के साथ विचार-विमर्श कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह विचार-विमर्श भविष्य में कंपनी के प्रबंधन को लेकर चल रहा है। पई ने इसके साथ ही स्पष्ट किया कि कंपनी के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नंदन नीलेकणि को इंफोसिस में वापस लाने का फैसला सह-संस्थापक मिलकर करेंगे।
उन्होंने कहा कि बेंगलुरु मुख्यालय वाली कंपनी के प्रमुख निवेशक नारायणमूर्ति के साथ यह विचार-विमर्श कर रहे हैं कि भविष्य में कंपनी का प्रबंधन कैसे किया जाए। पई ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इंफोसिस के चेयरमैन और सह-चेयरमैन अगले कुछ दिन में इस्तीफा देंगे और नया चेयरमैन तथा बोर्ड नियुक्त किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कई निवेशक यह मांग कर रहे हैं कि नीलेकणि को वापस लाया जाए। उन्हें लाने की मांग हो रही है। संस्थापकों को मिल बैठकर इस पर फैसला करना है।
अभी नारायणमूर्ति स्वस्थ्य नहीं हैं। यह पूछे जाने पर कि कोई अन्य सह संस्थापक इंफोसिस में घटनाक्रम पर सार्वजनिक रूप से नहीं बोल रहा है, पई ने कहा कि वे सार्वजनिक बहस में नहीं पड़ना चाहते। सभी को बोलने की जरूरत नहीं है। नारायणमूर्ति उनके प्रवक्ता हैं। सभी साथ हैं।
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उन्होंने कहा कि नीलेकणि का वापस आना अच्छी खबर होगी। वह सभी को जानते हैं। उन तक सब पहुंच सकते हैं। पई ने कहा कि बोर्ड द्वारा नारायणमूर्ति के साथ दुर्व्यवहार से सभी कर्मचारी गुस्से और निराशा में हैं। उन्होंने कहा कि कर्मचारी सह चेयरमैन से मिले हैं और उनसे कहा है कि नारायणमूर्ति के साथ इस तरह का बर्ताव स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि नंदन की चेयरमैन के रूप में वापसी अच्छी बात होगी और इससे सभी मुद्दे एक बार में सुलझ जाएंगे।