नई दिल्ली। आपके पास सीएनजी कार है और अभी तक पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से सुरक्षित रहे हैं, तो आपकी चिंता बढ़ने का समय आ गया है। डॉलर के मुकाबले रुपए में गिरावट से सीएनजी की कीमतों पर दबाव बढ़ने लगा है। अक्टूबर महीने में सीएनजी और पीएनजी गैस को लेकर होने छमाही संशोधन में इसकी कीमतें बढ़ सकती है। इस बार कीमतों में करीब 14 फीसदी की बढ़ोत्तरी की संभावना है।
14 फीसदी बढ़ सकता है बेस प्राइज़
घरेलू गैस फील्ड्स से निकलने वाली नुचुरल गैस के आधार मूल्य में 14 फीसदी की बढ़ोत्तरी का अनुमान लगाया जा रहा है। यह बढ़ोत्तरी 3.5 डॉलर (करीब 252 रुपए) प्रति यूनिट की हो सकती है। मार्च 2016 में गैस की कीमतों में सर्वाधिक 3.82 डॉलर (अभी के हिसाब से करीब 275.17 रुपये) प्रति यूनिट बढ़ोतरी हुई थी। नैचुरल गैस की कीमतें गैस सरप्लस मार्केट्स जैसे यूएस, कनाडा, यूके और रूस में मौजूद ऐवरेज रेट्स के आधार पर हर छह महीने में तय की जाती हैं।
कमजोर रुपया बना खलनायक
सीएनजी ग्राहकों पर पड़ने वाली महंगाई की मार में मुख्य खलनायक की भूमिका रुपए की कमजोरी की होगी। कमजोर रुपये की वजह से सभी शहरों में सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है। दिल्ली और आसपास के इलाके में सीएनजी के एकमात्र सप्लायर इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) ने अप्रैल से सीएनजी की कीमतों को तीन बार बढ़ाया है। तीन बार बढ़ोतरी में सीएनजी की कीमत कुल 2.89 रुपये प्रति किलो ज्यादा हो गई है। इसमें से आधी बढ़ोतरी या 1.43 रुपये प्रति किलो रुपये में गिरावट के वजह से हुई है।
नोएडा गाजियाबाद पर पड़ेगी ज्यादा मार
तीनों बार जब नैचरल गैस की कीमतों में इजाफा हुआ तो दिल्ली के पड़ोसी शहरों जैसे नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में कीमतों में थोड़ा ज्यादा बढ़ोतरी हुई थी। ऐसे में माना जा रहा है कि इस बार भी दिल्ली के पड़ोसी शहरों को इसकी मार ज्यादा सहनी पड़ेगी।