चतरा (झारखंड): कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बृहस्पतिवार को कहा कि कुछ खदानों के बंद होने और कुछ अन्य खदानों में मानसून की बारिश के कारण पानी भरने से यह कोयला संकट पैदा हुआ है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि स्थिति में सुधार हो रहा है।
झारखंड के चतरा जिले के पिपरवार में सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) की अशोक खदान का दौरा करने वाले जोशी ने कहा कि देश में बिजली संयंत्रों को आवश्यक मात्रा में कोयला प्राप्त होता रहेगा। वर्तमान स्थिति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘हम अब स्थिति में सुधार देख रहे हैं।’’
मंत्री ने मौजूदा स्थिति पर सीसीएल और ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल) के अधिकारियों के साथ चर्चा की। अधिक कोयले के उत्पादन की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हम प्रतिदिन 20 लाख टन कोयले का उत्पादन कर सकते हैं।’’
जोशी ने कहा कि कुछ कोयला खदानों के बंद होने और मानसून के कारण कुछ अन्य खदानों के जलमग्न होने से बिजली संयंत्रों को कोयले की आपूर्ति में बाधा उत्पन्न हुई। मंत्री ने बैठक में खनन के लिए जमीन की उपलब्धता से जुड़े मुद्दे पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन समेत सभी के सहयोग से समाधान निकाला जाएगा।