गुवाहाटी। नागरिकता संसोधन कानून को लेकर असम में हो रहे विरोध प्रदर्शनों के चलते राज्य में कच्चे तेल और गैस के उत्पादन में गिरावट आई है। इससे कई जिलों में पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की आपूर्ति प्रभावित हुई है। दो बड़ी सरकारी तेल कंपनियों ऑयल इंडिया लिमिटेड (ओआईएल) और ओएनजीसी ने रविवार को कहा कि विरोध प्रदर्शनों के बाद उनका गैस उत्पादन पूरी तरह से रुक गया है जबकि तेल उत्पादन में 75 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है।
ऑयल इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'हमारा गैस उत्पादन पूरी तरह से रुक गया है। हम रोजाना 9,000 टन कच्चे तेल का उत्पादन करते थे, जो अब सिर्फ 1,000 टन रह गया है।' इसके अलावा, पिछले छह दिनों से हमारे तेल कुओं की खुदाई पूरी तरह से बंद हो गई है। कानून का विरोध कर रहे लोगों ने हमारे तेल संग्रह स्टेशनों को भी बंद करा दिया है। अधिकारी ने कहा, 'हम नीपको, बीसीपीएल और असम गैस कंपनी जैसे ग्राहकों को गैस नहीं भेज पा रहे हैं।'
रसोई गैस की आपूर्ति हुई बुरी तरह प्रभावित
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने कहा कि ऊपरी असम में तिनसुकिया, डिब्रूगढ़, शिवसागर, गोलाघाट और जोरहाट जिलों में वाहन ईंधन और रसोई गैस की आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है। कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक (इंडियनऑयल-एओडी) उत्तीय भट्टाचार्य ने बताया, 'ट्रांसपोर्टरों के ट्रक भेजने में नाकाम रहने की वजह से एलपीजी का वितरण प्रभावित हुआ है। हमारी जानकारी के मुताबिक, इन पांच जिलों में पेट्रोल डिपो खाली हो गए हैं।