नई दिल्ली। भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दोबारा सत्ता में आने के लिए चुनाव का सामना करना पड़ेगा लेकिन चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने ऐसा इंतजाम कर लिया है कि वह जबतक चाहें राष्ट्रपति के पद पर बने रह सकते हैं। अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी AFP की खबर के मुताबिक चीन की नेशनल पीपुल्स कांग्रेस ने राष्ट्रपति के कार्यकाल की अवधि को सीमित रखने के नियम को बदलने को मंजूरी दे दी है, इस बदलाव के बाद चीन के मौजूदा राष्ट्रपति शी जिनपिंग जबतक चाहें राष्ट्रपति पद पर बने रहेंगे।
भारत में जिस तरह की लोकतांत्रिक व्यवस्था है उसके तहत हर 5 साल में चुनाव होना जरूरी है और चुनाव जीतने वाले दल की सरकार बनती है। लेकिन चीन में इस तरह की व्यवस्था नहीं है, पुराने नियम के तहत चीन में शी जिनपिंग को 2023 में अपना दूसरा कार्यकाल पूरा करने के बाद राष्ट्रपति के पद से त्यागपत्र देना पड़ता, लेकिन अब चीन की नेशनल पीपुल्स कांग्रेस ने इस नियम को बदल दिया है और शी जिनपिंग को अधिकार दे दिया है कि वह जबतक चाहें तबतक राष्ट्रपति के पद पर बने रह सकते हैं।
शी जिनपिंग को मिले इस अधिकार से साफ हो रहा है कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी में उनकी पकड़ कितनी मजबूत है, चीन में कम्युनिस्ट पार्टी का सर्वोच्च नेता ही सत्ता के शिखर पर पहुंचता है। शी जिनपिंग पर इस तरह के आरोप लगते रहे हैं कि उन्होंने कम्युनिष्ट पार्टी पर अपनी पकड़ मजबूत रखने के लिए अपने विरोधियों को प्रमुख सत्ता केंद्रों से दूर रखा और इसी वजह से वह चीन में कम्युनिस्ट पार्टी के संस्थापक माओ के बाद सबसे ताकतवर नेता बनकर उभरे हैं।