बीजिंग। राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने चीन की अर्थव्यवस्था को और अधिक खोलने का संकल्प जताया है। चिनफिंग ने यह संकल्प ऐसे समय में जताया है जबकि दुनिया की यह दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट का सामना कर रही है। वहीं, विदेशी निवेश के लिए भारत जैसे देशों से प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है।
अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने की कोशिश
- चीन अपनी अर्थव्यवस्था को गतिमान बनाए रखने के लिए अनेक प्रयास कर रहा है और वृद्धि दर को बनाए रखने के लिए संघर्षरत है।
- चीन ने 2017 में अपनी जीडीपी वृद्धि दर लगभग 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।
- पिछले साल इसने 6.7-7 प्रतिशत का लक्ष्य रखा था।
शिन्हुआ संवाद समिति के अनुसार शी ने कहा कि चीन के खुले दरवाजों को बंद नहीं किया जाएगा। शी ने संकल्प जताया है कि सभी मोर्चों पर देश को और अधिक खोला जाएगा और उदारीकरण जारी रहेगा।
खत्म होने को शी का पहला कार्यकाल
- शी का पहला कार्यकाल लगभग समाप्त होने को है।
- वे हाल ही के वर्षों में देश के सबसे शक्तिशाली नेता के रूप में उभरे हैं।
- उन्होंने नेशनल पीपल्स कांग्रेस के सालाना सत्र में एक कार्यक्रम में उक्त संकल्प जताया जो कि इस लिहाज से महत्वपूर्ण है कि विदेशी पूंजी प्रवाह पर देश की पकड़ कम हो रही है।
- प्रधानमंत्री ली क्विंग ने सरकारी कामकाज रिपोर्ट पेश करते हुए अर्थव्यवस्था को और खोलने वाले अनेक अप्रत्याशित कदमों को रेखांकित किया।