नई दिल्ली। एंट ग्रुप की शंघाई और हॉन्गकॉन्ग के बाजार में लिस्टिंग फिलहाल नहीं होगी। शंघाई स्टॉक मार्केट ने लिस्टिंग से सिर्फ 2 दिन पहले ही 37 अरब डॉलर के आईपीओ को सस्पेंड करने का ऐलान किया है। जिसके बाद कंपनी ने हॉन्गकॉन्ग में लिस्टिंग को रोक दिया है। लिस्टिंग गुरुवार को होनी थी
कंपनी के मुताबिक बाजार नियामक ने कंपनी के फाउंडर जैक मा और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत की थी जिसके बाद लिस्टिंग को सस्पेंड करने का फैसला लिया गया है। सूत्रों के मुताबिक बैठक में ही कंपनी के अधिकारियो को फिनटेक कंपनियों के लिए सख्त नियमों की जानकारी दी गई। फिलहाल कंपनी की लिस्टिंग को सस्पेंड किए जाने का कारण नहीं बताया गया है, हालांकि कंपनी ने कहा है कि शायद लिस्टिंग या डिस्क्लोजर नियमों को पूरा न किए जाने की वजह से ये कदम उठाया गया है। चीन की सरकार ने हाल ही में ऑनलाइन माइक्रो लैंडिंग को लेकर नए नियम जारी किए हैं।
हालांकि मीडिया में आई खबरों के मुताबिक जैक मा ने पिछले दिनो बाजार नियामक की आलोचना की थी। सख्त नियमों पर हमला करते हुए जैक मा ने कहा था कि नियामक इनोवेशन का गला घोंट रहे हैं। जैक मा ने इसके साथ ही नए नियमों को तय करने वाले ग्रुप की तुलना बुजुर्गों से की थी। जिसके बाद से सरकारी संस्था ने अपने तेवर कड़े कर लिए। सस्पैंड करने के फैसले से पहले ही चीन के बाजार नियामक ने चेतावनी देते हुए कहा था कि जैक मा की कंपनी की जांच होगी और उस पर बैंकों जैसी ही पाबंदिया लगाई जाएंगी।
एंट ग्रुप के आईपीओ को निवेशकों से भारी समर्थन मिला था। इश्यू के लिए करीब 3 लाख करोड़ डॉलर का सब्सक्रिप्शन मिला। शंघाई में रीटेल कैटेगरी में मांग 870 गुना अधिक रही। वहीं हॉन्गकॉन्ग में 389 गुना ज्यादा बोली मिली थी। कंपनी अपने ग्राहकों को शॉर्ट टर्म लोन देती है, कंपनी का दावा है कि वो कुछ मिनट में ही खाते में पैसा पहुंचा देती है। कंपनी बीमा और निवेश उत्पाद भी ऑफर करती है।