इस्लामाबाद। चीन ने नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को 2.2 अरब डॉलर की मदद दी है। इससे पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार की स्थिति दुरुस्त हो सकेगी। संभवत: इससे पाकिस्तान विदेशी ऋण किस्त का समय पर भुगतान कर सकेगा और इसमें डिफॉल्ट होने से बच जाएगा। वहकीं दूसरी ओर वित्त मंत्री असद उमर ने बताया कि पाकिस्तान जल्द ही अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर करने वाला है, जिससे उसे बेल आउट पैकेज मिल जाएगा।
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार चीन से मिली इस उदार मदद के बाद पाकिस्तान चालू वित्त वर्ष में अपने मित्र देशों से 9.1 अरब डॉलर की वित्तीय सहायता प्राप्त कर चुका है। जहां चीन से पाकिस्तान को 4.1 अरब डॉलर की मदद दी गई है वहीं सऊदी अरब से तीन अरब डॉलर और संयुक्त अरब अमीरात से दो अरब डॉलर की मदद उसे मिली है।
स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने ट्वीट किया है कि पाकिस्तान सरकार को चीन से प्राप्त ऋण की राशि प्राप्त हुई है। वित्त मंत्रालय के प्रवक्ता खकान हसन नजीब ने कहा कि स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के पास जमा कराई गई इस राशि से देश की स्थिरता को मजबूत किया जा सकेगा।
पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक की ताजा साप्ताहिक रिपोर्ट के मुताबिक 15 मार्च 2019 को स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान की विदेशी मुद्रा आरक्षित निधि 8.84 अरब डॉलर पर पहुंच गई।