Highlights
- कंपनियों पर प्रत्येक उल्लंघन में पांच लाख युआन (59 लाख रुपये) का जुर्माना लगाया गया।
- बीजिंग ने 2020 के अंत से तकनीकी कंपनियों पर एकाधिकार विरोधी, डेटा सुरक्षा और अन्य कार्रवाई शुरू की है।
नई दिल्ली। चीन में सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी ने एकाधिकार विरोधी कार्रवाई के तहत अलीबाबा समूह और टेनसेंट होल्डिंग्स सहित कई बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियों पर कॉरपोरेट अधिग्रहण की सूचना देने में विफल रहने के चलते शनिवार को जुर्माना लगाया। स्टेट एडमिनिस्ट्रेशन फॉर मार्केट रेगुलेशन के अनुसार ये कंपनियां ‘‘परिचालन केंद्रीकरण’’ के नियमों के तहत आठ साल पहले हुए 43 अधिग्रहणों की सूचना देने में विफल रहीं। बयान में कहा गया कि प्रत्येक उल्लंघन में पांच लाख युआन (59 लाख रुपये) का जुर्माना लगाया गया। बीजिंग ने 2020 के अंत से तकनीकी कंपनियों पर एकाधिकार विरोधी, डेटा सुरक्षा और अन्य कार्रवाई शुरू की है।
चीन के ऐसे ही कदमों से देश में काम कर रही कंपनियों के बीच अनिश्चितता बढ़ रही है। इस महीने की शुरुआत में याहू इंक ने ऐलान किया कि वह ‘‘व्यापार और कानूनी माहौल के तेजी से चुनौतीपूर्ण’’ होने के चलते चीन से बाहर निकलने की योजना बना रही है। कंपनी ने एक बयान में कहा था कि उसकी सेवाएं अब एक नवंबर से मुख्य भूमि चीन में उपलब्ध नहीं होंगी। बयान में कहा गया, ‘‘याहू अपने उपयोगकर्ताओं के अधिकारों और एक स्वतंत्र तथा खुले इंटरनेट के लिए प्रतिबद्ध है। हम अपने उपयोगकर्ताओं को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देते हैं।’’ याहू हाल के हफ्तों में चीन में अपने परिचालन को घटाने वाली दूसरी बड़ी अमेरिकी प्रौद्योगिकी कंपनी है। पिछले महीने माइक्रोसॉफ्ट के पेशेवर नेटवर्किंग मंच लिंक्डइन ने कहा था कि वह अपनी चीनी साइट को बंद कर देगी और इसकी जगह एक जॉब बोर्ड लेगा।