बीजिंग। चीन का विदेशी मुद्रा भंडार पिछले साल 2016 में 320 अरब डॉलर घटा है। इस संबंध में शनिवार को चीन के विदेशी मुद्रा विनिमय प्रशासन (सेफ) ने अपनी वेबसाइट पर आंकड़े जारी किए हैं।
- दिसंबर अंत तक चीन का विदेशी मुद्रा भंडार घटकर 3,011 अरब डॉलर रह गया।
- दुनिया में किसी देश के पास यह सबसे बड़ा विदेशी मुद्रा भंडार है।
- सेफ ने कहा कि अकेले दिसंबर में विदेशी मुद्रा भंडार में इससे पिछले महीने के मुकाबले 41 अरब डॉलर की कमी आई है।
- चीन के केंद्रीय बैंक पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना के मुताबिक यह लगातार छठा महीना है, जब इसमें कमी आई है।
- इससे पहले अक्टूबर में इसमें 46 और नवंबर में 70 अरब डॉलर की कमी आई थी।
- सेफ के एक अधिकारी ने बताया कि पिछले साल विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आने के पीछे अहम वजह चीन की मुद्रा युआन को स्थिर बनाने के लिए केंद्रीय बैंक द्वारा किए गए प्रयास हैं।
- वर्तमान में युआन अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पिछले आठ साल में सबसे निचले स्तर पर है।
चीन से भारत ने छीनी बादशाहत
- दुनिया भर के निवेश (एफडीआई) को अपने देश में आकर्षित करने के मामले में भारत ने चीन को पीछे छोड़ दिया है।
- इसके चलते एफडीआई के मामले में चीन की बादशाहत छिन गई और भारत एफडीआई का नया सरताज बन बैठा।
- भारत ने 2015 में चीन को पीछे छोड़ते हुए दुनिया में सबसे ज्यादा एफडीआई आकर्षित करने वाला देश बन गया था।
- इस दौरान जहां भारत ने 63 अरब डॉलर एफडीआई आकर्षित किया था, वहीं चीन के हिस्से सिर्फ 56.6 अरब डॉलर ही एफडीआई आया।
पिछड़ने के बाद चीन ने बदले नियम
- भारत से 2 साल से मात खाने के बाद अब चीन को एफडीआई को लेकर अपने नियमों को बदलने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
- चीन ने इसके चलते कुछ ऐसे सेक्टर को खोलने का फैसला किया है, जिन्हें अभी तक विदेशी निवेश के लिए नहीं खोला गया था।
- इसमें परिवहन और रेलवे जैसे सेक्टर भी शामिल हैं।
- चीन ने एफडीआई के लिए रिस्टिक्टेड सेगमेंट की संख्या को 93 से घटाकर अब 62 कर दिया है।
भारत ने करंसी के मामले में भी चीन को पीछे छोड़ा
- यूं तो चीनी यूआन भारतीय रुपए से महंगा है, लेकिन ग्लोबल स्थिरता के मामले में भी 2016 में भारतीय रुपया चीनी युआन को पीछे छोड़ गया।
- ट्रंप के चुनाव जीतने और स्लोडाउन के चलते 2016 में डॉलर के मुकाबले चीनी युआन बुरी तरह ढह गया।
पूरे साल के दौरान युआन में डॉलर के मुकाबले 6 फीसदी की भारी कमजोरी देखी गई, जो चीन जैसी बड़ी इकोनॉमी के लिए खतरे से कम नहीं है।
- वहीं विपरीत ग्लोबल हालातों के बाद भी भारतीय रुपया करंसी मार्केट में मजबूती के साथ पैर जमाए रहा और पूरे साल के दौरान इसमें 1 फीसदी से भी कम की कमी रही।
चीन में 4जी उपयोक्ताओं की संख्या 73 करोड़ के पार
चीन में 4जी सेवाओं का उपयोग करने वालों की संख्या 73.4 करोड़ तक पहुंच गई है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सूचना एवं संचार विकास विभाग के प्रमुख वेन कु ने बताया कि चीन में 4जी सेवाओं की औद्योगिक श्रृंखला शोध एवं विकास क्षमताओं की मजबूती के चलते एक आकार ले चुकी है।
- चीन में कुल 73.4 करोड़ 4जी यूजर्स हैं और 5जी का वाणिज्यिक परिचालन 2020 में शुरू किया जाएगा।