बीजिंग। चीन के केंद्रीय बैंक ने खुले बाजार परिचालन में वित्तीय प्रणाली में अरबों डॉलर डाले हैं, जिससे दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में तरलता की स्थिति सुधारी जा सके। सितंबर के बाद चीन के केंद्रीय बैंक ने बैंकिंग प्रणाली में इस बार सबसे अधिक राशि डाली है। इसके लिए बैंकों से सरकारी प्रतिभूतियों की खरीद की गई है।
पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने वित्तीय क्षेत्र की कंपनियों के साथ 130 अरब युआन (20 अरब डॉलर) की प्रतिभूतियों की रिवर्स रिपरचेज (रेपो) के करार किए, जो सात दिन के लिए हैं। सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, रिवर्स रेपो में केंद्रीय बैंक बैंकों से प्रतिभूतियों की खरीद करता है और इसमें यह करार रहता है कि भविष्य में इनकी पुन: बिक्री की जाएगी।
चीनी कर्मचारियों को सुरक्षा देने के लिए पाकिस्तान ने विशेष बल गठित किया
पाकिस्तान ने ग्वादर बंदरगाह पर काम करने वाले चीनी व अन्य विदेशी कर्मचारियों को सुरक्षा देने के लिए एक विशेष मैरिन बटालियन गठित की है। एक अधिकारी ने बताया कि 46 अरब डॉलर की आर्थिक गलियारा परियोजना पर काम शुरू होने के बाद यह कदम उठाया गया है। पाकिस्तान नौसेना के एक प्रवक्ता ने मीडिया को बताया कि चीनी नागरिकों व चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) की सुरक्षा इस नए बल का मुख्य काम है।
लेनोवो ग्रुप ने 2015 में बेचे 80 लाख हैंडसेट
चीन की प्रमुख कंपनी लेनोवो ने बताया कि भारत में लेनोवो और मोटारोला हैंडसेट की बिक्री 2015 में 63.2 फीसदी बढ़कर 80 लाख इकाई से अधिक रही। वर्ष 2014 में इसकी बिक्री 49 लाख इकाई थी। लेनोवो इंडिया के निदेशक (स्मार्टफोन) सुधीन माथुर ने यहां कहा कि हमें भारतीय बाजार से उल्लेखनीय प्रतिक्रिया मिली है और हम यहां प्रमुख कंपनियों में शामिल हैं। लेनोवो और मोटोरोला हैंडसेट की बिक्री 2014 में 49 लाख इकाई थी जो 2015 में बढ़कर 80 लाख इकाई हो गई। उन्होंने कहा कि बिक्री का बड़ा हिससा मोटोरोला से आ रहा है लेकिन उन्होंने इस बारे में कोई स्पष्ट ब्योरा देने से मना कर दिया। लेनोवो ने मोटोरोला मोबिलिटी का 2014 में गूगल से 2.9 अरब डॉलर में अधिग्रहण किया था।