इस्लामाबाद। चीन ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की नया पाकिस्तान पहल का समर्थन किया है। उसने कहा है कि अरबों डॉलर की चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) के तहत जिन परियोजनाओं पर काम किया जा रहा है, वे पाकिस्तान के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
चीन के अंतरराष्ट्रीय विकास मंत्री सांग ताओ ने प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाकात की और सभी क्षेत्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय मंचों पर समर्थन का भरोसा दिया। उन्होंने गरीबी उन्मूलन, भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई और कृषि विकास के एजेंडे में चीन के समर्थन की भी बात दोहराई।
कुल 60 अरब डॉलर की सीपीईसी क्षेत्र तथा सड़क पहल (बीआरआई) का महत्वपूर्ण हिस्सा है। बीआरआई चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की महत्वकांक्षी परियोजना है, जिसका मकसद चीन वित्त पोषित ढांचागत परियोजनाओं के जरिये दुनिया भर में बीजिंग के प्रभाव को बढ़ाना है।
भारत सीपीईसी परियोजना के खिलाफ है और इसको लेकर चीन के समक्ष विरोध जताया है। इसका कारण इसे पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के रास्ते ले जाया जाना है। बयान के अनुसार सांग ताओ ने सीपीईसी को प्रमुख परियोजना बताया, जो नए पाकिस्तान के निर्माण की दिशा में उल्लेखनीय योगदान करेगा।
विज्ञप्ति में खान के हवाले से कहा गया है कि पाकिस्तान की जनता चीन के साथ मित्रता को बड़ा महत्व देती है। खान तीन नवंबर को चीन की यात्रा पर जा रहे हैं। अपनी यात्रा के दौरान वह राष्ट्रपति शी और अन्य शीर्ष नेताओं से मिलेंगे तथा रक्षा संबंधों को मजबूत बनाने के साथ-साथ विवादों में फंसी सीपीईसी परियोजनाओं पर बातचीत करेंगे।