नई दिल्ली। पिछले हफ्ते उत्तर भारत ज्यादातर इलाकों में हुई बरसात से रबी की खेती को फायदा हुआ है और कई रबी फसलों की बुआई में बढ़ोतरी देखने को मिली है। केंद्रीय कृषि मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए ताजा आंकड़ों के मुताबिक रबी दलहन की खेती में हुई जोरदार बढ़ोतरी की वजह से कुल रबी बुआई पिछले साल के मुकाबले करीब 5 लाख हेक्टेयर आगे हो गई है। आंकड़ों के मुताबिक 15 दिसंबर तक देशभर में कुल 514.22 लाख हेक्टेयर में रबी फसलों की खेती हुई है जबकि पिछले साल इस दौरान 509.22 लाख हेक्टेयर में फसल लग पायी थी।
चने की रिकॉर्ड खेती
कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक इस साल चने की खेती रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गई है। 15 दिसंबर तक देशभर में कुल 96.23 लाख हेक्टेयर में चने की खेती दर्ज की गई है जो इस अवधि तक चने की अबतक की सबसे अधिक बुआई है। पिछले साल इस दौरान 84.65 लाख हेक्टेयर में चने की फसल लग पायी थी। रबी सीजन के दौरान चना सबसे ज्यादा पैदा होने वाला दलहन है, 15 दिसंबर तक कुल दलहन का रकबा 138.19 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया है जबकि पिछले साल इस दौरान 127.02 लाख हेक्टेयर में रबी दलहन की खेती हो पायी थी।
चने की कीमतों में भारी गिरावट
चने की बुआई में हुई बढ़ोतरी की वजह से इसकी पैदावार में इजाफा होने की संभावना मजबूत हो गई है जिस वजह से इसके दाम घटना शुरू हो गए हैं। हफ्तेभर में दिल्ली थोक बाजार में चने की कीमतों में करीब 400 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट आ चुकी है। हफ्ताभर पहले दिल्ली में चने का भाव 4,600-4,900 रुपए प्रति क्विंटल था जो अब घटकर 4,200-4,500 रुपए तक आ गया है।
गेहूं और सरसों की बुआई में भी सुधार
पिछले हफ्ते उत्तर भारत में हुई बरसात की वजह से गेहूं और सरसों की खेती को भी फायदा हुआ है और बुआई में सुधार होने लगा है, हालांकि अब भी इन दोनो फसलों का रकबा पिछले साल के मुकाबले थोड़ा पिछड़ा हुआ है लेकिन फिर भी बुआई में बढ़त होने लगी है। आंकड़ों के मुताबिक 15 दिसंबर तक देशभर में कुल 245.50 लाख हेक्टेयर में गेहूं और करीब 61 लाख हेक्टेयर में सरसों की फसल दर्ज की गई है।