कोरोना संकट से डटकर मुकाबला कर रहे भारत में अब सरकार का टीकाकरण कार्यक्रम नई करवट लेने जा रहा है। सरकार ने टीकाकरण में तेजी लाने के लिए 'हर घर दस्तक' अभियान शुरू करने का फैसला किया है। यह अभियान ऐसे जिलों में शुरू होगा जिनका प्रदर्शन अब तक खराब रहा है।
सरकार के सूत्रों के अनुसार धनतेरस यानि 2 नवंबर को कोरोना वैक्सीनेशन के डोर टू डोर कैंपेन की शुरूआत की जाएगी। देश में अब तक 104 करोड़ डोज लगाई जा चुकी हैं। लेकिन देश में लगभग 48 जिले ऐसे हैं जहां पात्र लाभार्थियों के बीच पहली खुराक का कवरेज 50 प्रतिशत से कम है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बुधवार को कहा कि घातक संक्रमण के खिलाफ पूर्ण टीकाकरण के लिए लोगों को उत्साहित करने और प्रेरित करने के लिए खराब प्रदर्शन करने वाले जिलों में डोर-टू-डोर COVID-19 टीकाकरण के लिए अगले एक महीने में 'हर घर दस्तक' अभियान शुरू किया जाएगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार डोर टु डोर वैक्सीनेशन अभियान का पहला चरण 2 नवंबर से 2 दिसंबर तक चलेगा। टीकाकरण का यह अभियान दिसंबर में भी चलेगा। नवंबर और दिसंबर में सरकार ने 30—30 करोड़ टीकाकरण का लक्ष्य तय किया है। नवंबर में सरकारी अभियान के तहत 22 करोड़ कोविशील्ड वैक्सीन और 6 करोड़ कोवैक्सीन उपलब्ध होंगी।
11 करोड़ लोगों ने नहीं ली दूसरी डोज
देश ने इसी महीने 100 करोड़ कोरोना वैक्सीनेशन का लक्ष्य हासिल किया है। लेकिन सरकारी आंकड़ों के अनुसार अभी भी 10.34 करोड़ लोग ऐसे हैं जिन्होंने वैक्सीन का पहला डोज लगवाने के बाद दूसरा नहीं लगाया। सरकार का मानना है कि पहला डोज लगाने से साफ है कि इन लोगों के अंदर वैक्सीन को लेकर डर नहीं है। ऐसे में सरकार ने अब लोगों के घर तक वैक्सीनेशन अभियान को शुरू करने का फैसला किया है।