नई दिल्ली। घरेलू आपूर्ति बढ़ाने और बढ़ती कीमतों को नियंत्रित रखने के उद्देश्य से सरकार ने मसूर और तुअर जैसी दालों का 90,000 टन अतिरिक्त आयात करने का निर्णय किया है। यह निर्णय मूल्य स्थिरीकरण कोष की बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता उपभोक्ता मामलों के सचिव हेम पांडे ने की।
दालों के आयात के लिए म्यांमा, अफ्रीका से बातचीत कर रहा है भारत
इस बैठक में बफर स्टॉक से दालों की खरीद और वितरण की समीक्षा की गई। लगातार दो साल सूखे से घरेलू स्तर पर कम उत्पादन के चलते अभी विभिन्न दालों की कीमत 115 से 175 रुपए प्रति किलोग्राम पर बनी हुई है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, सरकार ने 90,000 टन दालों के अतिरिक्त आयात का आदेश दिया है। इसमें 40,000 टन मसूर, 20,000 टन तुअर, 20,000 टन देसी चना और 10,000 टन उड़द का आयात शामिल है। यह आयात बफर स्टॉक के लिए किया जाना है।
इस ऑर्डर के साथ बफर स्टॉक के लिए दालों का कुल आयात 1.76 लाख टन हो गया और घरेलू खरीद भी 1.20 लाख टन पर पहुंच गई है। केंद्र सरकार की 20 लाख टन दालों का बफर स्टॉक बनाने की योजना है, जिसके लिए वह घरेलू खरीद और आयात कर रही है ताकि कीमतों को नियंत्रित रखने के लिए बाजार में हस्तक्षेप किया जा सके।