नई दिल्ली। नीरव मोदी और मेहुल चौकसी द्वारा संभावित कर चोरी के मामले की जांच कर रहे आयकर विभाग को पिछले साल इन दोनों हाई प्रोफाइल ज्वैलर्स के ठिकानों पर मारे गए छापे के दौरान कुछ ऐसे सबूत हाथ लगे थे, जो कई बॉलीवुड और हॉलीवुड सेलिब्रिटीज के साथ ही राजनीतिक सख्सियतों के नामों को उजागर कर सकते हैं, जिन्होंने नीरव मोदी से कैश में डायमंड ज्वेलरी खरीदी है।
जांच अधिकारियों के हाथ एक ऐसी वर्चुअल लिस्ट लगी है, जिसमें कैश खरीदारी करने वाले ग्राहकों के नाम शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि अधिकारी अब इस लिस्ट की गहनता से जांच कर यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि भारत के ग्लैमर उद्योग और प्रतिष्ठित लोगों में से वे कौन लोग हैं, जिन्होंने नीरव मोदी के स्टोर से कैश में खरीदारी की है। एक सूत्र ने बताया कि जांच अधिकारियों को कई राजनीतिज्ञों के बारे में भी पता चला है इनमें से एक वकील सांसद ने भी नीरव मोदी के स्टोर से नकद में हीरे के आभूषण खरीदे हैं।
नोटबंदी के बाद अघोषित धन का पता लगाने के लिए सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर, ऐसे स्थानों पर की गई छानबीन जहां नकद का सबसे ज्यादा उपयोग होता है, की गई कार्रवाई के बाद यह सामने आया है कि लोगों द्वारा नकद लेनदेन की वास्तविक आंकड़े को छुपाया गया है। भुगतान का एक हिस्सा कार्ड या चेक द्वारा किया गया जबकि बड़े हिस्से को नकद में दिया गया।
सूत्रों ने बताया कि यह सामान्य बात है कि कुई बिजनेसमैन सेलिब्रिटीज को उपहार के रूप में भुगतान करते हैं, इसलिए इसे भी उनकी आय में जोड़ने की आवश्यकता है। सूत्रों ने बताया कि आयकर विभाग का अभी केवल मोदी और उनकी कंपनियों पर ध्यान केंद्रित है, भविष्य में, नकद में खरीदारी करने वालों के संबंध में जानकारी सामने आने की उम्मीद है। क्योंकि आयकर विभाग ने नीरव मोदी के ठिकानों पर मारे गए छापे में प्राप्त सबूतों के आधार पर कर चोरों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने से पहले एक मजबूत दस्तावेज तैयार किया है।