नई दिल्ली। हीरा कारोबारी नीरव मोदी पर जिस तरह से पंजाब नेशनल बैंक (PNB) को अरबों रुपए का चूना लगाने का आरोप लगा है उसी तरह के एक और मामला सामने आआ है। लिस्टेड चीनी कंपनी सिम्भावली सुगर पर आरोप है कि उसने ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (OBC) से लिया लोन नहीं चुकाया है। इस मामले में ओरिएंटल बैंक की शिकायत पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने रविवार को शिकायत दर्ज कर ली है।
CBI की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक सिम्भावली शुगर ने साल 2011 में ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स से 148.60 करोड़ रुपए का लोन लिया था। कंपनी को यह लोन 5762 किसानों से खरीदे गए गन्ने का भुगतान करने के लिए दिया गया था। लेकिन कंपनी पर आरोप है कि उसने इस लोन से किसानों का भुगतान नहीं करके इसे अपनी दूसरी जरूरतों में इस्तेमाल किया। इस लोन में से 97.85 करोड़ रुपए को को 31 मार्च 2017 को फंसा कर्ज (NPA) घोषित कर दिया गया था।
लेकिन NPA घोषित होने से करीब एक महीना पहले यानि 28 जनवरी 2015 को सिम्भावली शुगर फिर से ओरिएंटल बैंक से 110 करोड़ रुपए का कार्पोरेट लोन लेने में कामयाब हो गई, नया लोन पुराने लोन को चुक्ता करने के लिए लिया गया। बैंक ने 30 जून 2016 को सिम्भावली शुगर की कुल देनदारी 112.95 करोड़ रुपए घोषित की। लेकिन बैंक को 29 नवंबर 2016 को यह कार्पोरेट लो भी NPA घोषित करना पड़ा। CBI की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक कुल 97.85 करोड़ रुपए का पहला लोन और 109.08 करोड़ रुपए का कार्पोरेट लोन NPA घोषित किया गया है।
इस मामले में CBI ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है और रविवार को दिल्ली, हापुड़ और नोएडा में सिम्भावली शुगर से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की गई है। CBI ने प्रेस रिलीज जारी कर इसके बारे मे ंजानकारी दी है। CBI की प्रेस रिलीज यह रही