नई दिल्ली। सीबीआई ने राजस्थान के एक चार्टर्ड एकाउंटेंट (सीए) और रियल एस्टेट एजेंट से 1,000 करोड़ रुपए के सिंडिकेट बैंक धोखाधड़ी मामले में गुरुवार को पूछताछ की। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जहां सीए भरत बांब से यहां एजेंसी के मुख्यालय में पूछताछ की गई वहीं शंकर खंडेलवाल से जयपुर कार्यालय में पूछताछ की गई। सीबीआई अधिकारियों ने सीए के एक कर्मचारी के पास 67 लाख नकद और तीन हार्ड डिस्क बरामद किए। कर्मचारी का नाम महेंद्र है। भरत और खंडेलवाल को हिरासत में लिया गया है।
386 खाते खोल, 1,000 करोड़ की धोखाधड़ी
इस घोटाले में चारों कारोबारियों ने कथित रूप से राजस्थान के सिंडिकेट बैंक की तीन शाखाओं में उसके पांच अधिकारियों के साथ साठगांठ कर कथित रूप से 386 खाते खोले और फर्जी चैक, साख पत्र और एलआईसी पालिसी का उपयोग कर 1,000 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की। एजेंसी की प्राथमिकी में महाप्रबंधक (उस समय जयपुर में कार्यरत) संजीव कुमार, डीजीएम (क्षेत्रीय कार्यालय) देशराज मीना, मुख्य प्रबंधक (एमआई रोड शाखा) आदर्श मनचंदा, (मालवीय नगर) और अवधेश तिवारी (एजीएम उदयपुर) के नाम हैं।
बैंक के कर्मचारियों ने मिलकर दिया घोटाले को अंजाम
सूत्रों के अनुसार आरोपी ने बैंक की तीन शाखाओं (दो जयपुर में और एक उदयपुर) के लगभग सभी कर्मचारियों के साथ कथित साठगांठ कर संदिग्ध रूप से कई स्तरों पर फर्जी लेनदेन किया जिसमें 18,000 करोड़ रुपए की राशि शामिल थी। हालांकि धोखाधड़ी की राशि केवल 1,000 करोड़ रुपए थी।