एसआईपीएल पर आरोप है कि उसने 2015-16 के दौरान वस्तुओं के फर्जी आयात के बदले बडे़ पैमाने पर अवैध रूप से धन विदेश भेजा। सीबीआई का कहना है कि उक्त में से कई लेनदेन पंजाब नेशनल बैंक में कंपनी के खाते से किए गए। आरोप है कि कंपनी ने छह बैंक खातों का इस्तेमाल करते हुए कुल 680.12 करोड़ रुपए विदेश भेजे। जबकि वास्तव में इस दौरान 3.14 करोड़ रुपए के घोषित मूल्य के केवल 25 बिल बनाए गए। इस तरह से एसआईपीएल ने कंपनी ने 676.98 करोड़ रुपए अवैध रूप से विदेश भेजे। सीबीआई का कहना है कि 12 अन्य कंपनियों ने भी यही तरीका अपनाते हुए 1,572.7 करोड़ रुपए विदेश भेजे।