नई दिल्ली। टैक्स चोरों की पहचान करने और टैक्स चोरी को रोकने के लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने कहा कि वह 360 डिग्री (संपूर्ण) प्रोफाइलिंग करेगा और इसे रिटर्न दाखिल करने वालों के डेटाबेस से मिलाएगा। इससे वह ऊंची राशि के लेन-देन के बारे में जानकारी जुटाएगा।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के चेयरमैन अतुलेश जिंदल ने कहा कि सीबीडीटी ने नॉन-फाइलर्स मैनेजमेंट सिस्टम (एनएमएस) से एक करोड़ से भी ज्यादा जानकारी जुटाई हैं। इसके अलावा 50 लाख नए टैक्स पेयर्स को टैक्स नेट में शामिल करने के साथ ही विभाग ने 7,000 करोड़ रुपए का अतिरिक्त टैक्स कलेक्शन किया है।
तस्वीरों में जानिए ऑनलाइन फंड ट्रांस्फर का पूरा प्रोसेस
online fund transfer
online fund transfer
online fund transfer
online fund transfer
online fund transfer
online fund transfer
उन्होंने कहा कि उनके पास नॉन फाइलर्स मैनेजमेंट सिस्टम है, जिसके तहत वह क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड और अन्य कई स्रोतों से जानकारी एकत्रित करते हैं और उसे मिलाते हैं। उनके पास ऊंची राशि के लेन-देन की जानकारियां हैं और इसे उनके मौजूदा रिटर्न फाइल करने वालों के डेटाबेस से मिलाया जाता है। इसके बाद कम्प्यूटर टैक्स जमा करने वाले और टैक्स जमा करना रोक देने वालों की सूची देता है। विभाग इस सूचना के आधार पर टैक्स चोरों की पहचान कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगा।