नई दिल्ली। बंदरगाह उद्योग के संगठन आईपीए के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी से बुरी तरह प्रभावित होने की वजह से भारत के शीर्ष 12 बंदरगाहों पर माल यातायात नवंबर के महीने में गिरा है। ये यातायात में लगातार आठवें महीने की गिरावट है। केंद्र सरकार के नियंत्रण वाले प्रमुख 12 बंदरगाहों पर माल यातायात चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-नवंबर के दौरान 10.53 प्रतिशत घटकर 41.43 करोड़ टन रह गया, जो अप्रैल-नवंबर 2019 में 46.30 करोड़ टन था। जहाजरानी मंत्री मनसुख मंडाविया ने हाल ही में कहा था कि 12 प्रमुख बंदरगाहों पर माल यातायात में कोविड-19 महामारी के प्रकोप के चलते मार्च के बाद काफी गिरावट आई है। इस दौरान मोरमुगाओ को छोड़कर सभी बंदरगाहों में माल यातायात में कमी हुई।
वहीं इससे पहले आए आंकड़ों के मुताबिक नवंबर के महीने में भारत का निर्यात 9 फीसदी की गिरावट के साथ 23.43 अरब डॉलर के स्तर पर आ गया है। वहीं आयात 13.33 फीसदी की गिरावट के साथ 33.39 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया। आयात में तेज गिरावट की वजह से व्यापार घाटा भी कम होकर 9.96 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया। वहीं देश के निर्यात में चालू वित्त वर्ष के पहले आठ माह यानि अप्रैल से नवंबर के दौरान 17.84 प्रतिशत की गिरावट रही है। इस दौरान आयात भी 33.56 प्रतिशत घटा है।
वहीं वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने उम्मीद जताई है कि आगे चलकर इस बात की काफी संभावना है कि हम 2025 तक 1,000 अरब डॉलर के निर्यात के लक्ष्य को हासिल कर पाएंगे। उन्होंने कहा, ‘देश काफी तेज सुधार के दौर में है। उद्योगों की जुझारू क्षमता बढ़ी है। अंतरराष्ट्रीय वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला भारत की ओर देख रही है।’’ उन्होंने कहा कि सरकार के विभिन्न विभाग उन क्षेत्रों की पहचान कर रहे हैं और उन्हें समर्थन प्रदान कर रहे हैं, जिनमें भारत लाभ की स्थिति मे है।