नई दिल्ली। सरकार की महत्वाकांक्षी गोल्ड बांड स्कीम को और अधिक लोकप्रिय बनाने के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज इस तरह के बांडों को भुनाने पर कैपिटल गेन टैक्स से छूट देने का प्रस्ताव बजट में किया है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2016-17 का आम बजट पेश करते हुए कहा, भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा गोल्ड बांड स्कीम, 2015 के तहत जारी सरकारी गोल्ड बांड को भुनाने वाले व्यक्ति को कैपिटल गेन टैक्स से छूट देने का प्रस्ताव किया जाता है। इसी तरह सरकारी गोल्ड बांड्स के ट्रांसफर पर किसी व्यक्ति को होने वाला दीर्घकालिक कैपिटल गेन के सूचीकरण फायदे मिलेंगे। भारतीय रिजर्व बैंक ने अब तक दो किस्तों में स्वर्ण बांड जारी किए हैं।
पहली किस्त में 62,169 आवेदन
सरकारी गोल्ड बांड योजना की पहली किस्त नवंबर 2015 में आई थी। इसमें 246 करोड़ रुपए मूल्य के 915.95 किलो सोने के लिए 62,169 आवेदन आए थे।
दूसरी किस्त में आए 3.16 लाख आवेदन
सरकारी गोल्ड बांड योजना की दूसरी खेप के तहत 726 करोड़ रुपए मूल्य के 2,790 किलो सोने के लिए आवेदन आए। यह पहले दौर की तुलना में 3 गुना अधिक है। दूसरी किस्त 18 जनवरी को खुली और 22 जनवरी को बंद हुई। गोल्ड बांड योजना की दूसरी खेप के लिए लगभग 3.16 लाख आवेदन मिले, जो 726 करोड़ रुपए की ग्राहकी से जुड़े हैं।