नई दिल्ली। ट्राई की रिपोर्ट के मुताबिक देश में कॉल ड्रॉप की परेशानी बढ़ी है वहीं, दिल्ली में में इसकी संख्या घटी है। टेलीकॉम मिनिस्टर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि दिल्ली में कॉल ड्रॉप की स्थिति में सुधार हुआ है, लेकिन टेलीकॉम ऑपरेटरों अभी भी मोबाइल टेलीफोन सर्विस के लिए तय गुणवत्ता के मानकों से पीछे हैं। प्रसाद ने कहा, जुलाई से अक्टूबर के दौरान कॉल ड्रॉप की स्थिति में सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि मैं इस सुधार से खुश हूं, लेकिन टेलीकॉम ऑपरेटरों को अभी भी अपने नेटवर्क को बेहतर करने के लिए काम करना है।
कम हुई कॉल ड्रॉप, लेकिल अभी सुधार की जरूरत
मंत्री ने टेलीकॉम डिपार्टमेंट की टर्म सेल के आंकड़ों को साझा किया। आंकड़ों से पता चलता है कि मोबाइल नेटवर्क पर कॉल ड्रॉप की स्थिति सुधरी है, लेकिन ऑपरेटर अभी भी कॉल ड्रॉप के लिए तय गुणवत्ता मानदंडों से पीछे हैं। बेंचमार्क के तहत किसी भी दूरसंचार ऑपरेटर के नेटवर्क पर दो फीसदी से अधिक कॉल नेटवर्क संबंधी गड़बड़ी की वजह से बीच में कटनी नहीं चाहिए। टर्म सेल के परीक्षणों के अनुसार देश की सबसे बड़ी मोबाइल ऑपरेटर भारती एयरटेल के नेटवर्क पर दिल्ली में अक्टूबर में कॉल ड्रॉप की रेंज घटकर 0.08 से 2.98 रह गई है, जो अगस्त में 2.92 से 17.77 थी।
15 फीसदी तक घटा कॉल ड्रॉप
प्रसाद ने कहा कि अतिरिक्त मोबाइल टावर लगाने, ठप सेल साइटों को दुरुस्त करने और नेटवर्क डिजाइन में सुधार से स्थिति सुधरी है। टेलीकॉम डिपार्टमेंट (DOT) के एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली सर्विस जोन में पिछले 12 सप्ताह में 2,092 मोबाइल साइट्स (2जी और 3जी) जोड़ी गई हैं जिससे कॉल ड्रॉप पर काबू पाने में काफी हद तक मदद मिली है। अधिकारी ने इसका ब्योरा देते हुए बताया कि भारती एयरटेल की कॉल ड्रॉप दर 2.92-17.77 फीसदी से घटकर 0.08 से 2.98 फीसदी पर आ गई है। इसी तरह वोडाफोन की कॉल ड्रॉप दर 1.53-6.63 से घटकर 0.3-2.97 फीसदी रह गई है। वहीं रिलायंस कम्युनिकेशंस की कॉल ड्रॉप दर 1.53-24.83 से घटकर 0.02-5.15 फीसदी, आइडिया सेल्युलर की 3.34-10.90 फीसदी से घटकर 0.14-2.65 फीसदी पर आ गई है।