नई दिल्ली। व्यापारियों के प्रमुख संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने प्रमुख ई-रिटेलर्स अमेजन, फ्लिपकार्ट और स्नैपडील के खिलाफ औद्योगिक नीति एवं संवद्र्धन विभाग (डीआईपीपी) के पास शिकायत दर्ज कराई है। कैट ने ई-कॉमर्स कंपनियों पर मनमाने तरीके से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया है।
कैट ने एक बयान में कहा कि अमेजन, फ्लिपकार्ट और स्नैपडील के खिलाफ सरकार की ई-कॉमर्स नीति में एफडीआई नियमों के उल्लंघन की शिकायत दर्ज कराई गई है। इस बारे में संपर्क करने पर स्नैपडील ने टिप्पणी से इनकार किया। अमेजन और फ्लिपकार्ट ने इस बारे में भेजे गए ई-मेल का जवाब नहीं दिया। कैट ने कहा कि पिछले तीन दिन के दौरान इन कंपनियों ने मीडिया में बड़े विज्ञापन देकर अपने प्लेटफॉर्म पर बिक्री की घोषणा की है जो ई-कॉमर्स क्षेत्र में एफडीआई नियमों का उल्लंघन है।
फ्लिपकार्ट अपनी कॉस्ट घटाने के लिए करेगी छंटनी
देश की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट अपनी लागत घटाने के लिए 700 से 1000 कर्मचारियों की छंटनी करने की योजना बना रही है। यह कंपनी के कुल कार्यबल का तीन फीसदी है। अमेजन तथा स्नैपडील जैसी कंपनियों से प्रतिस्पर्धा के लिए फ्लिपकार्ट अपनी लागत घटा रही है। सूत्रों ने बताया कि फ्लिपकार्ट कमजोर प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को इस्तीफा देने या बर्खास्तगी के लिए तैयार रहने को कह रही है। सूत्रों ने कहा कि ऊंचे स्तर पर 1,000 तक कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। सूत्रों ने कहा कि इससे कंपनी के एक से दो फीसदी कर्मचारी प्रभावित होंगे।