Friday, November 22, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. फसल वर्ष 2021-22 में कपास उत्पादन 360.13 लाख गांठ रहने का अनुमान: भारतीय कपास संघ

फसल वर्ष 2021-22 में कपास उत्पादन 360.13 लाख गांठ रहने का अनुमान: भारतीय कपास संघ

कपास का पिछले सत्र का बचा हुआ स्टॉक 30 सितंबर को सत्र के अंत में 62.13 लाख गांठ रहने का अनुमान है। अनुमान है कि कपास सत्र 2021-22 का निर्यात 48 लाख गांठ रहेगा

Edited by: India TV Paisa Desk
Published on: October 31, 2021 9:48 IST
इस साल कपास की बेहतर...- India TV Paisa
Photo:PTI

इस साल कपास की बेहतर उपज का अनुमान

नई दिल्ली। भारतीय कपास संघ ने फसल वर्ष (अक्टूबर-सितंबर) 2021-22 में कपास उत्पादन 360.13 लाख गांठ होने का अनुमान लगाया है। सीएआई ने कहा कि उपज बेहतर रहने से कपास उत्पादन अच्छा रहेगा। सीएआई ने एक बयान में कहा कि पिछले सत्र में कुल कपास उत्पादन 353 लाख गांठ रहने का अनुमान है, जो मौजूदा सत्र की तुलना में 7.13 लाख गांठ कम है। सीएआई के अध्यक्ष अतुल गनात्रा ने कहा, ‘‘कपास की पैदावार काफी बेहतर होने का अनुमान है और अच्छे मानसून के बाद पानी की बेहतर उपलब्धता के कारण किसानों को तीसरी और चौथी तुड़ाई करने की उम्मीद है।’’ 

वर्ष 2021-22 सत्र के अंत तक, यानी 30 सितंबर, 2022 तक कपास की कुल अनुमानित आपूर्ति 445.13 लाख गांठ है, जिसमें सत्र की शुरुआत में 75 लाख गांठ का शुरुआती स्टॉक शामिल है। सत्र में फसल 360.13 लाख गांठ होने का अनुमान है तथा पिछले वर्ष के बराबर ही इस बार 10 लाख गांठ का आयात होने का अनुमान है। सीएआई ने कहा कि फसल वर्ष 2021-22 में घरेलू खपत का स्तर पिछले वर्ष के समान स्तर पर रहना अनुमानित है, जो कि 335 लाख गांठ है। सीएआई का अनुमान है कि कपास सत्र 2021-22 का निर्यात 48 लाख गांठ रहेगा, जो 2020-21 के लिए 78 लाख गांठ के अनुमान से कम है। गनात्रा ने कहा, ‘‘हमने पिछले सत्र की तुलना में निर्यात कम रहने का अनुमान लगाया है क्योंकि घरेलू कपास की कीमतें अमेरिका में कीमतों के बराबर हो गई हैं।’’ कपास का पिछले सत्र का बचा हुआ स्टॉक 30 सितंबर को सत्र के अंत में 62.13 लाख गांठ रहने का अनुमान है।

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement