नई दिल्ली। नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) ने शुल्क, आकलन तथा प्रत्यक्ष कर संग्रहण के संबंध में केंद्रीय उत्पाद शुल्क विभाग द्वारा नियमों के अनुपालन में खामियां पाई हैं। कैग ने वित्त वर्ष 2016-17 के अंत तक केंद्रीय उत्पाद शुल्क राजस्व की 1,08,563 करोड़ रुप, की अपील लंबित थीं। यह 2015-16 के अंत तक लंबित राशि की तुलना में 18 प्रतिशत अधिक है।
CAG की रिपोर्ट अप्रत्यक्ष कर-केंद्रीय उत्पाद में कहा गया है कि चूंकि अपील लंबित रहने तक वसूली की कार्रवाई नहीं की जा सकती है ऐसे में संभावित 1,08,563 करोड़ रुपए के राजस्व के लिए अपीलों का तेजी से निपटान महत्वपूर्ण हो जाता है। वित्त वर्ष 2016-17 में केंद्रीय उत्पाद शुल्क संग्रह 3,80,495 करोड़ रुपए रहा जो वित्त वर्ष के दौरान अप्रत्यक्ष कर राजस्व का 44.31 प्रतिशत बैठता है।