नई दिल्ली। वर्ष 2017 की दूसरी छमाही में घरेलू मांग में तेजी आने की उम्मीद को देखते हुये वर्ष के दौरान चालू खाता घाटा बढ़कर 1.3 प्रतिशत हो जाने का अनुमान है जो कि 2016 में 0.6 प्रतिशत था। नोमुरा की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है। जापान की इस प्रमुख वित्तीय सेवा कंपनी के मुताबिक जुलाई से GST लागू होने पर कामकाज में जो अव्यवस्था आई थी उसके सामान्य हो जाने के बाद आयात मांग अपने पुराने स्तर पर पहुंच जाएगी।
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नोमुरा की रिपोर्ट में कहा गया है कि,
हमारा अनुमान है कि भारत का चालू खाता घाटा (CAD) 2017 में बढ़कर 1.3 प्रतिशत तक पहुंच जायेगा जो कि 2016 में 0.6 प्रतिशत पर था। वर्ष 2017 की दूसरी छमाही में मांग में तेजी से सुधार आने से आयात वृद्धि के जोर पकड़ने का अनुमान है। हालांकि, इस दौरान विभिन्न देशों में संरक्षणवादी नीतियों की वजह से सेवा निर्यात कमजोर रह सकता है।
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रिपोर्ट के अनुसार जून माह में निर्यात वृद्धि इससे एक माह पहले के 8.3 प्रतिशत के मुकाबले नरम पड़कर 4.4 प्रतिशत रह गई जबकि आयात वृद्धि 33.1 प्रतिशत के मुकाबले घटकर 19 प्रतिशत रह गई। इसमें कहा गया है, कुल मिलाकर भारत का व्यापार घाटा जून माह में कम होकर 13 अरब डाॉलर रह गया जो कि मई में 13.8 अरब डाॉलर था। यह उम्मीद से अधिक रहा।
रिपोर्ट में कहा गया है जिंसों के कम दाम और प्रतिकूल आधार प्रभाव के चलते 2017 की दूसरी तिमाही में साल-दर-साल आधार पर वृद्धि को सीमित दायरे में बनाए रखेगा। इससे विकसित देशों में आ रही आंशिक रिकवरी का असर भी जाता रहेगा। इसमें कहा गया है कि GST लागू होने से पहले उत्पादन गतिविधियों में सुस्ती आने से कुछ नरमी का अनुमान है लेकिन जुलाई के बाद GST जब लागू हो जाएगा और इसके लागू होते समय जो व्यावधान पैदा हुआ वह सामान्य हो जाएगा तब आयात मांग में तेजी आ जाएगी।