नई दिल्ली। सरकार ने बुधवार को असम में स्थित नुमालीगढ़ रिफानइरी की क्षमता को 30 लाख टन सालाना से बढ़ाकर 90 लाख टन सालाना करने के प्रस्ताव को अपनी मंजूरी दे दी है। इस क्षमता विस्तार पर लगभग 22,594 करोड़ रुपए का खर्च आने का अनुमान है।
केंद्रीय रेल एवं कोयला मंत्री पीयूष गोयल ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद संवाददाताओं को यह जानकारी देते हुए कहा कि जरूरी मंजूरियां मिलने के बाद परियोजना को 48 माह में पूरा किया जाना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया। नुमालीगढ़ रिफाइनरी की क्षमता को मौजूदा 30 लाख टन से बढ़ाकर सालाना 90 लाख टन करने की मंजूरी दी गई है।
रिफाइनरी की विस्तार योजना में पारादीप से नुमालीगढ़ तक कच्चे तेल की पाइपलाइन और नुमालीगढ़ से सिलीगुड़ी तक पेट्रोलियम उत्पाद की पाइपलाइन बिछाने का काम भी शामिल है। रिफाइनरी की क्षमता विस्तार और पाइपलाइन बिछाने सहित परियोजना पर कुल 22,594 करोड़ रुपए की लागत आने का अनुमान है।