नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्क्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी), देना बैंक और विजया बैंक के विलय को अंतिम मंजूरी प्रदान की गई है। इससे पहले 21 दिसंबर को वित्त मंत्रालय की वैकल्पिक व्यवस्था ने इस प्रस्तावित विलय को अपनी सैद्धांतिक मंजूरी दी थी।
फैसले की जानकारी देते हुए केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि इस विलय से इन बैंकों के कर्मचारियों की सेवा शर्तों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा और विलय के बाद कोई छंटनी भी नहीं होगी। प्रसाद ने कहा कि बैंक ऑफ बड़ौदा को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी ऋणदाता बनाने के लिए विलय की यह योजना तैयार की गई है।
वित्त मंत्रालय की वैकल्पिक व्यवस्था द्वारा बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक तथा देना बैंक के प्रस्तावित विलय को सैद्धांतिक मंजूरी देने के बाद अब केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भी इस प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है। प्रस्तावित विलय के तहत बैंक ऑफ बड़ौदा में विजया बैंक और देना बैंक का विलय होगा।
वित्त मंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता वाली वैकल्पिक व्यवस्था ने वैश्विक आकार के बैंक बनाने के इरादे से तीनों बैंकों के विलय का निर्णय किया था। वित्त मंत्रालय के निर्णय के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा के निदेशक मंडल ने 29 सितंबर को तीनों सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के प्रस्तावित विलय को सैद्धांतिक मंजूरी दी थी। अन्य दोनों बैंकों के निदेशक मंडल ने भी विलय प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।
बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक तथा देना बैंक के विलय के बाद बनने वाला नया बैंक अगले वित्त वर्ष की शुरुआत से काम करना शुरू कर देगा। विलय के बाद अस्तित्व में आने वाले बैंक का कारोबार 14.82 लाख करोड़ रुपए का होगा और वह एसबीआई तथा आईसीआईसीआई बैंक के बाद तीसरा सबसे बड़ा बैंक होगा।
विलय के लिए शेयर अदला-बदली अनुपात हुआ तय
बैंक ऑफ बड़ौदा ने बुधवार को विजया बैंक और देना बैंक का खुद के साथ विलय के लिए शेयरों की अदला-बदली अनुपात को अंतिम रूप दे दिया है। विलय की योजना के मुताबिक, विजया बैंक के शेयरधारकों को प्रत्येक 1,000 शेयरों के बदले बैंक ऑफ बड़ौदा के 402 इक्विटी शेयर मिलेंगे।
वहीं देना बैंक के मामले में, उसके शेयरधारकों को प्रत्येक 1,000 शेयर के बदले बैंक ऑफ बड़ौदा के 110 शेयर मिलेंगे। सरकार ने पिछले साल सितंबर में विजय बैंक और देना बैंक का बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ विलय की घोषणा की थी।