नई दिल्ली। किसानों द्वारा आंदोलन खत्म करने के कुछ घंटों बाद ही मोदी सरकार ने रबि फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि करने की घोषणा की है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में रबि सीजन की 6 प्रमुख फसलों के एमएसपी को बढ़ाने की मंजूरी दी गई।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कैबिनेट की बैठक में न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने का फैसला ले लिया गया है। सूत्रों के मुताबिक कैबिनेट ने गेहूं का एमएसपी 105 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाकर 1840 रुपए प्रति क्विंटल करने को मंजूरी दी है। 2017-18 फसल वर्ष में गेहूं का एमएसपी 1735 रुपए प्रति क्विंटल था।
रबि फसलों के लिए एमएसपी में यह वृद्धि कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (सीएसीपी) की सिफारिशों के आधार पर की गई है और यह ताजा बढ़ोतरी सरकार की उस घोषणा के अनुरूप है, जिसमें किसानों को उत्पादन लागत पर 50 प्रतिशत मुनाफा देने का वादा किया गया है।
उल्लेखनीय है कि कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (CACP) की सिफारिशों के आधार पर ही कैबिनेट ने एमएसपी बढ़ाने को मंजूरी दी है। सीएसीपी ने गेहूं के समर्थन मूल्य में 105 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया था, जबकि सरसों के समर्थन मूल्य में 200 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी का प्रस्ताव है। इसी तरह चने में 220 रुपए, मसूर में 225 रुपए, जौ में 30 रुपए और सूरजमुखी के समर्थन मूल्य में 845 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया है।
CACP प्रस्ताव स्वीकार होने के बाद गेहूं का समर्थन मूल्य बढ़कर 1840 रुपए, जौ का 1440 रुपए, चने का 4660 रुपए, मसूर का 4475 रुपए, सरसों का 4200 रुपए और सूरजमुखी का 4945 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है।