नयी दिल्ली: शिक्षा प्रौद्योगिकी स्टार्टअप बायजू का मुनाफा वित्त वर्ष 2019-20 में दोगुने से अधिक बढ़कर 50.76 करोड़ रुपये हो गया, जिसमें टैबलेट, एसडी कार्ड और किताबों की बिक्री का खास योगदान रहा। बायजू की परिचालन से एकल आय 2,110 करोड़ रुपये रही, जिसमें तीन प्रमुख व्यवसायों- शिक्षण शुल्क (144 करोड़ रुपये), शिक्षा टैबलेट और एसडी कार्ड की बिक्री (1,675 करोड़ रुपये) और पुस्तकों की बिक्री (560 करोड़ रुपये) का अहम योगदान था।
कंपनी ने वित्त वर्ष 2020-21 के वित्तीय आंकड़ों के दस्तावेज अभी कंपनी पंजीयक (आरओसी) के पास जमा नहीं किए हैं। कारोबारी मंच टॉफलर द्वारा हासिल किए गए दस्तावेजों के अनुसार बायजूज (थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड) ने वित्त वर्ष 2018-19 में 20.16 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ (एकल आधार) और परिचालन आय के रूप में 1,281 करोड़ रुपये हासिल किए थे। वित्त वर्ष 2019-20 में संचयी आधार पर आय 82 प्रतिशत बढ़कर 2,380.7 करोड़ रुपये हो गई, जो 2018-19 में 1,306 करोड़ रुपये थी।
बायजू का घाटा वित्त वर्ष 2019-20 में बढ़कर 250 करोड़ रुपये हो गया, जो 2018-19 में नौ करोड़ रुपये था। इस दौरान कुल व्यय 1,376 करोड़ रुपये से बढ़कर 3,021 करोड़ रुपये हो गया। बायजू की मुख्य रणनीति अधिकारी अनीता किशोर ने कहा, ‘‘एकल आधार पर, जो हमारा मुख्य व्यवसाय है, हम मुनाफे में हैं। संचयी आधार पर (जिसमें अधिग्रहण भी शामिल है) नुकसान हुआ है, क्योंकि इनमें से कुछ व्यवसायों को निवेश की जरूरत है।’’ उन्होंने कहा कि कंपनी का लक्ष्य वित्त वर्ष 2021-22 में 10,000 करोड़ रुपये की कमाई करना है।