मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा बुधवार (30 अक्टूबर) को अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम कासकर के करीबी सहयोगी दिवंगत गैंगस्टर इकबाल मिर्ची के साथियों के संबंध में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए। ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा, कि कुंद्रा से गिरफ्तार आरोपी रंजीत सिंह बिंद्रा से वित्तीय सौदे के संबंध में धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत पूछताछ की जाएगी।
ईडी की कार्रवाई केंद्रीय जांच एजेंसी के एक रियल एस्टेट कंपनी आरकेडब्ल्यू डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड के एसेंसियल हॉस्पिटैलिटी लिमिटेड के साथ लेनदेन के खुलासे के बाद हुई है। एसेंशियल हॉस्पिटैलिटी लिमिटेड में कुंद्रा व शेट्टी निदेशक हैं। आरकेडब्ल्यू डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, बिंद्रा द्वारा नियंत्रित है। ऐसी संभावना है कि एजेंसी धनशोधन की रोकथाम कानून के तहत उनका बयान दर्ज करेगी। मामले में कार्यवाही धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के आपराधिक प्रावधान के तहत की जा रही है।
ईडी अधिकारी के अनुसार, आरकेडब्ल्यू डेवलपर्स ने एसेंशियल हॉस्पिटैलिटी में 44.11 करोड़ रुपए निवेश किए और 31.54 करोड़ रुपए का ब्याज मुक्त कर्ज प्रदान किया। अधिकारी ने कहा कि 30.45 करोड़ रुपए से ज्यादा का कर्ज एसेंशियल हॉस्पिटैलिटी को अप्रैल 2017 व मार्च 2018 के बीच दिया गया और 117.17 करोड़ रुपए अप्रैल 2016 व मार्च 2017 के बीच दिए गए।
अधिकारी ने कहा, "कुंद्रा से लेनदेन की प्रकृति के बारे में पूछताछ की जाएगी।" उन्होंने आगे कहा कि कुंद्रा से इस बारे में भी पूछताछ होगी कि क्या वह जानते थे कि बिंद्रा मिर्ची का करीबी सहयोगी था और उसने एसेंशियल हॉस्पिटैलिटी को ब्याज मुक्त कर्ज क्यों दिया।
अधिकारी ने बताया कि दोनों के बीच हुए कुछ व्यापारिक करारों की विस्तृत जानकारी की जरूरत है और इसलिए समन जारी किया गया है। बिंद्रा को कुछ समय पहले इस मामले में एजेंसी ने गिरफ्तार किया था। कुंद्रा इससे पहले इन व्यावसायिक सौदों में किसी भी गलत काम से इनकार कर चुके हैं।
बिटकॉइन घोटाला मामले के सिलसिले में पिछले साल भी इसी तरह एजेंसी ने व्यवसायी से पूछताछ की थी। 2013 में लंदन में मारे गए गैंगस्टर इकबाल मिर्ची पर वैश्विक आतंकवादी दाऊद इब्राहिम के लिए मादक पदार्थों की तस्करी और जबरन वसूली करने का आरोप है।
ईडी ने मिर्ची, उसके परिवार और अन्य के खिलाफ मुंबई में महंगी अचल संपत्ति की खरीद और बिक्री में कथित अवैध लेनदेन के लिए धन शोधन के आरोपों की जांच के वास्ते एक आपराधिक मामला दर्ज किया है। पीएमएलए मामला मुंबई पुलिस की कई प्राथमिकियों पर आधारित है और ईडी ने पिछले कुछ महीनों में जांच के सिलसिले में कई छापे मारे हैं।