नई दिल्ली। आम बजट 2020-2021 के दस्तावेजों की छपाई आज यानी सोमवार को हलवा रस्म के साथ शुरू हो जाएगी। आम बजट इस साल ऐसे समय में पेश होगा, जब देश की आर्थिक विकास दर छह साल के निचले स्तर पर आ गई है और लगातार कमजोर मांग के कारण 'आर्थिक सुस्ती' बनी हुई है।
इसके अलावा, उपभोग और निवेश में कमी के कारण चालू वित्तवर्ष में राजकोषीय घाटा, कर राजस्व और विनिवेश के लक्ष्य को पूरा करना नामुमकिन प्रतीत हो रहा है, जिससे आर्थिक हालात निराशाजनक हैं। सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) विकास दर भी चालू वित्तवर्ष के आखिर में पांच फीसदी रहने की उम्मीद की जा रही है।
आर्थिक आंकड़े खराब रहने के इस हालात में आम बजट 2020-21 से रोजगार सृजन, उपभोग और मांग में वृद्धि की उम्मीद की जा रही है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन सोमवार को नॉर्थ ब्लॉक में हलवा रस्म की मेजबानी करेंगी, जिसके साथ बजट दस्तावेजों की छपाई का काम शुरू होगा।
जानिए क्या है हलवा रस्म
बता दें कि, बजट से दस दिन पहले सभी कर्मचारी नॉर्थ ब्लॉक में इकट्ठा होते हैं। परंपरा के अनुसार एक बड़ी सी लोहे की कड़ाही लाई जाती है, जिसे चूल्हे पर गर्म होने के लिए चढ़ाया जाता है। इसके बाद वित्त मंत्री कड़ाही में घी डालते हैं और हलवा बनाने की शुरुआत करते हैं। इतना ही नहीं जब हलवा बनकर तैयार हो जाता है तो उसे कर्मचारियों के लिए परोसने का काम भी वित्त मंत्री खुद ही करते हैं। इस रस्म के बाद ही नार्थ ब्लॉक के बेसमेंट में बजट की छपाई का काम शुरू हो जाता है। बजट से जुड़े मंत्रालय के कर्मचारी वहां लगभग कैद कर दिए जाते हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2020 को आम बजट पेश करेंगी।