नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) भारत में किसी अन्य कंपनी से पहले 5जी सर्विस शुरू करना चाहती है। सरकार भी यह चाहती है कि 5जी टेक्नोलॉजी को अपनाने में भारत को पीछे नहीं रहना चाहिए और इस टेक्नोलॉजी को अन्य देशों के साथ ही भारत में भी शुरू किया जाना चाहिए।
बीएसएनएल के चीफ जनरल मैनेजर अनिल जैन ने भी 5जी टेक्नोलॉजी को लॉन्च करने संबंधी कुछ बयान दिए हैं। उन्होंने कहा है कि देश में 5जी को लॉन्च करने के लिए अभी तक कोई तारीख तय नहीं की गई है।
उन्होंने कहा कि 5जी को उसके तय समय से पहले ही शुरू किया जा सकता है। जैन ने कहा कि हम कोई निश्चित समय नहीं बता सकते, हालांकि दुनियाभर में लोग जून 2020 तक 5जी के लॉन्च होने की चर्चा कर रहे हैं। लेकिन कुछ ऐसी संभावना भी है कि 5जी को 2019 में ही लॉन्च कर दिया जाए।
जैन ने कहा कि बीएसएनएल 5जी में पिछड़ना नहीं चाहती है। इसलिए कंपनी देश में 5जी सर्विस लॉन्च करने के मामले में सबसे आगे रहना चाहती है। उन्होंने बताया कि 5जी के लिए सुझाव लिए गए हैं और देश में इसके लिए निरंतर परीक्षण किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि जमीनी स्तर पर सीखने और परीक्षण करने तथा हमारे सिस्टम को 5जी के लायक बनाने के लिए बीएसएनएल ने नोकिया, एनटीटी एडवांस टेक्नोलॉजी जैसी विभिन्न अंतरराष्ट्रीय परिचालकों के साथ समझौते किए हैं। जैन ने आगे कहा कि पूरी दुनिया में एक जैसी चीजें हो रही हैं। जर्मनी, चीन, अमेरिका और भारत में कई सारे परीक्षण किए जा चुके हैं।
बीएसएनएल का नया प्रोजेक्ट विंग्स है, जो यूजर्स को इंटरनेट टेलीफोन का उपयोग करने की मंजूरी देता है। यह सर्विस 1 अगस्त से शुरू होगी। विंग्स के बारे में जैन ने कहा कि इस नई सेवा के जरिये हमारा लक्ष्य चालू वित्त वर्ष के अंत तक 50 लाख नए उपभोक्ता जोड़ना है।