नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार सेवा प्रदाता बीएसएनएल स्पेक्ट्रम के अभाव में अपने ग्राहकों को 4जी सेवा उपलब्ध न करा पाने की कमी की भरपाई के लिए देश भर में अगले तीन साल में 40,000 वाई-फाई हॉट स्पॉट लगाने की योजना पर काम कर रही है। बीएसएनएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अनुपम श्रीवास्तव ने बताया कि फिलहाल बीएसएनएल न तो 4जी सेवा प्रदाता है और उसके पास यह सेवा शुरू करने के लिए जरूरी स्पेक्ट्रम है। लेकिन इस चुनौती से निपटने के लिए अगले तीन साल के भीतर देश भर में 40,000 स्थानों पर वाई-फाई हॉट स्पॉट लगाने की योजना पर काम शुरू कर दिया गया है। वाई-फाई का हॉट स्पॉट 4जी सेवा से तेज गति से काम करता है।
उन्होंने कहा कि बीएसएनएल की योजना के तहत देश के विभिन्न इलाकों में अब तक 500 वाई-फाई हॉट स्पॉट लगाए जा चुके हैं। चालू वित्त वर्ष के अंत तक इन वाई-फाई हॉट स्पॉट की संख्या को बढ़ाकर 2,500 किया जाएगा। श्रीवास्तव ने यह भी बताया कि मोबाइल सेवाओं में सुधार के लिए बीएसएनएल अपनी 5,500 करोड़ रुपए की योजना के तहत देश भर में 25,000 टॉवर लगा रही है।
उन्होंने कॉल ड्रॉप की समस्या से जुड़े एक सवाल पर कहा कि पिछले कुछ समय से लोगों के मन में यह भ्रांति घर कर गई है कि मोबाइल के टॉवरों से निकलने वाले विकिरण से सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ता है। नतीजतन कई शहरों में आबादी वाले इलाकों से ऐसे टॉवर हटा दिए गए हैं। इससे कॉल ड्रॉप की समस्या बढ़ी है। श्रीवास्तव ने बताया कि बीएसएनएल ने वित्त वर्ष 2014-15 में 672 करोड़ रुपए का परिचालन लाभ हासिल किया था। मौजूदा वित्त वर्ष में कंपनी करीब 1,000 करोड़ रुपए के परिचालन लाभ की उम्मीद कर रही है। वित्त वर्ष 2018-19 तक कंपनी के शुद्ध लाभ कमाने की उम्मीद है।