नई दिल्ली। देश की सभी प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों का फोकस 4G सर्विस पर है। रिलायंस जियो अगले महीने मार्केट में एंट्री ले जा रही है, इससे पहले एयरटेल, वोड़ाफोन और आइडिया जैसी टेलीकॉम कंपनियां कई शहरों में सर्विस शुरू कर चुकी हैं। एक ओर जहां प्राइवेट प्लेयर्स 4G मार्केट पर कब्जा जमाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं, वहीं सरकारी कंपनी बीएसएनएल गांवों तक 3G सर्विस पहुंचाने बड़े पैमाने पर निवेश की तैयारी कर रही है। ऐसा इसलिए भी है, क्योंकि गावों में अभी भी 2G सर्विस ही ठीक से चलती है। ऐसे में बीएसएनएल के पास रुरल इंडिया का बड़ा बाजार है।
बीएसएनएल ने की आधुनिकीकरण अभियान की घोषणा
बीएसएनएल ने 2000 करोड़ रुपए के आधुनिकीकरण अभियान की घोषणा की है। इस अभियान का फोकस देश के ग्रामीण क्षेत्र है। सरकारी टेलीकॉम कंपनी ग्रामीण क्षेत्र में 3G सर्विस की कवरेज बढ़ाने पर कुल रकम का 50-60 फीसदी खर्च करने की योजना बना रही है। यह वास्तव में एक दिलचस्प रणनीति है। रिलायंस, एयरटेल और दूसरी कंपनियां शहरी क्षेत्रों में 4G विस्तार पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं। इसलिए बीएसएनएल के पास 3G मार्केट पर कब्जा करने का मौका है।
इन क्षेत्रों में निवेश करेगी बीएसएनएल
आईटी मंत्री रवि शंकर प्रसाद और बीएसएनएल के अधिकारियों के बीच हुई बैठक के बाद यह बताया गया कि बीएसएनएल 21,000 नए बेस ट्रांसीवर स्टेशन (बीटीएस) स्थापित करने में निवेश करेगी। इसमें ग्रामीण क्षेत्रों में 3G सर्विस के लिए लगाए जाने वाले 13,000 नए बीटीएस शामिल है। वहीं 660 पारंपरिक पीएसटीएन एक्सचेंजों को अपडेट कर एनजीएन में बदला जा चुका है और बाकी पर काम चल रहा है। टेलीमैटिक्स विभाग नई एनजीएन एक्सचेंजों पर काम कर रही है, जिसके मदद से पूरे देश में वैल्यू एडेड सर्विसेज को शुरू किया जाएगा।
ऐतिहासिक, धार्मिक स्मारकों पर 3G सर्विस होगी शुरू
बीएसएनएल की 3G सर्विस द्वारा संचालित फ्री और पब्लिक वाई-फाई हॉटस्पॉट सभी ऐतिहासिक और धार्मिक स्मारकों पर स्थापित किया जाएगा। पहले चरण में लगभग 2500 ऐसे वाई-फाई हॉटस्पॉट प्रस्तावित है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि अगर कंपनी को चालू रखना है तो अच्छे ऑफर्स, तेज स्पीड और सर्विस पर ध्यान देना होगा।