नई दिल्ली। देश का प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज बंबई शेयर बाजार (BSE) कमोडिटी डेरिवेटिव्स में ट्रेडिंग शुरू करने की तैयारी कर रहा है। बीएसई के प्रमुख आशीष चौहान ने कहा कि एक्सचेंज को इसका परिचालन शुरू करने के लिए भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की अंतिम मंजूरी का इंतजार है।
बीएसई इन उत्पादों की ट्रेडिंग के लिए एक अलग प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराएगा, जबकि पहले इसके लिए पूरी तरह नया एक्सचेंज लाने का प्रस्ताव था। पूर्ववर्ती जिंस नियामक वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) के सेबी में विलय के बाद इक्विटी और डेरिवेटिव्स दोनों के लिए एक मार्केट प्लेस उपलब्ध हो गया है।
चौहान ने कहा कि उसकी योजना चुनिंदा कमोडिटी में डेरिवेटिव कारोबार की पेशकश की है। इस दौरान हम नियामक की मंजूरी मिलने के साथ अन्य नए उत्पादों की संभावना देखते रहेंगे। उन्होंने कहा, हमने सेबी के पास उस समय आवेदन किया था जब एफएमसी एक स्वतंत्र नियामक के रूप में मौजूद था। हम एफएमसी को भी आवेदन करने की प्रक्रिया में थे। हमने उनसे लिखा था कि हम एक जिंस डेरिवेटिव एक्सचेंज स्थापित करना चाहते हैं।
चौहान ने कहा कि उसके बाद एफएमसी का सेबी में विलय हो गया। हमें बताया गया कि शेयर बाजार भी अब एक खंड के रूप में कमोडिटी का कारोबार कर सकते हैं। उसके बाद हमने इसी के अनुरूप आवेदन किया। हमें मंजूरियां का इंतजार है। मंजूरी मिलने के बाद हम इसका परिचालन शुरू करेंगे।