नई दिल्ली। प्रमुख शेयर बाजार बीएसई तथा एनएसई को निजी नियोजन आधार पर ऋण प्रतिभूति जारी करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक बुक (ई-बुक) प्रणाली शुरू करने को सेबी से मंजूरी मिल गई है। प्रणाली निजी नियोजन के आधार पर ऋण प्रतिभूति जारी करने की प्रक्रिया को दुरूस्त करेगी, दक्षता बढ़ाएगी, कीमत खोज व्यवस्था में पारदर्शिता लाएगी तथा शेयर बाजार की नकदी में सुधार करेगी। यह व्यवस्था एक जुलाई 2016 से प्रभाव में आएगी।
एक्सचेंज ने एक बयान में कहा, बीएसई को निजी नियोजन आधार पर ऋण प्रतिभूति जारी करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक बुक प्रणाली शुरू करने की सेबी से मंजूरी मिल गई है। बयान के अनुसार इसे बीएसई-बांड (बीएसई बिडिंग ऑनलाइन फार डेट) के रूप में जाना जाता है और इससे ऋण प्रतिभूति के मामले में पारदर्शिता सुनिश्चित होगी।
एक अलग परिपत्र में एनएसई ने कहा कि वह निजी नियोजन के आधार पर ऋण प्रतिभूति जारी करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक बुक व्यवस्था को सुगम बनाने को लेकर इलेक्ट्रॉनिक बुक प्रोवाइडर के रूप में काम करेगा। संस्थागत समेत सभी निवेशकों को इस प्लेटफॉर्म के जरिए बोली लगाने की अनुमति है।
यह भी पढ़ें- डिफेंस और एविएशन सेक्टर में 100 फीसदी FDI से बाजार में लौटी रौनक, सेंसेक्स 241 अंक चढ़कर हुआ बंद