नयी दिल्ली। शेयर ब्रोकरों के शीर्ष संगठन एसोसिएशन ऑफ नेशनल एक्सचेंजेज मेंबर्स ऑफ इंडिया ने सरकार को शेयर दलाली के कारोबार पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) की दर घटाकर 12 प्रतिशत करने की मांग की है। ब्रोकरों ने प्रतिभूति क्रय-विक्रय कर (एसटीटी) और लाभांश कर से भी मुक्ति की मांग की है।
वर्ष 2018-19 के आम बजट की तैयारियों के बीच संगठन ने सरकार को दिए गए एक ज्ञापन में जीएसटी के कारण वित्तीय बाजार में आ रही ‘ कुछ दिक्कतों ’को उठाया गया।उनका कहना है कि जीएसटी के बाद कारोबार में खर्चों पर पर कर भार बढ़ गया है।
उसने कहा, ‘‘शेयरों की दलाली पर जीएसटी की दर 18 प्रतिशत है जो काफी अधिक है और इससे खरीद फरोख्त का खर्च बढ़ गया है। हम बजट में जीएसटी की यह दर कम कर 12 प्रतिशत कर देने की अपील करते हैं।’’ इसके अलावा संगठन ने प्रतिभूति लेन-देन कर (एसटीटी) और लाभांश कर खत्म करने की भी मांग की है।