नई दिल्ली। भारत के नमक से लेकर सॉफ्टवेयर क्षेत्र में कार्यरत Tata Group के बोर्डरूम विवाद जारी रहने के बीच सोमवार को ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने भारतीय उद्यमियों के सामने अपने पहले संबोधन में इस ग्रुप का उल्लेख किया। मे दो दिन भारत यात्रा पर यहां आई हैं।
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मे ने कहा, टाटा हमारे यहां का सबसे बड़ा मैन्युफैक्चरिंग एंप्लॉयर
- CII द्वारा आयोजित भारत-ब्रिटेन प्रौद्योगिकी सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए मे ने कहा कि ब्रिटेन में करीब 800 भारतीय कंपनियां मौजूद हैं।
- जगुआर लैंड रोवर की मालिक Tata, हमारेे यहां का सबसे बड़ा मैन्युफैक्चरिंग एंप्लॉयर है।
- ब्रिटेन की प्रधानमंत्री ने यूरोप के बाहर अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा के दौरान ऐसे समय में Tata Group का उल्लेख किया जब समूह में बोर्डरूम विवाद चल रहा है।
- ब्रिटेन में Tata Group की मौजूदगी IT, वाहन और स्टील आदि क्षेत्रों में है।
- इससे पहले इसी साल जनवरी में JLR ब्रिटेन की सबसे बड़ी कार कंपनी बनी है।
- आठ साल पहले टाटा मोटर्स ने फोर्ड से JLR का 2.3 अरब डालर में अधिग्रहण किया था।
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Tata Group के बोर्डरूम विवादों के बीच महत्वपूर्ण है ब्रिटिश पीएम का बयान
- यूके की पीएम का यह बयान इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि चेयरमैन पद से साइरस मिस्त्री को हटाए जाने के बाद Tata Group का बोर्डरूम विवादों से जूझ रहा है।
- बीते महीने अचानक हुए एक नाटकीय घटनाक्रम में साइरस मिस्त्री को Tata Sons के चेयरमैन पद से हटा दिया था और उनकी जगह रतन टाटा को चार महीने के लिए अंतरिम चेयरमैन बना दिया गया।