नयी दिल्ली। ब्रिक्स देशों ने खाद्य और पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कृषि-जैव विविधता को मजबूत करने को आपसी घनिष्ठ संबंधों पर जोर दिया है। ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका (ब्रिक्स) के शीर्ष कृषि अधिकारियों के प्रतिनिधित्व वाले कृषि कार्यकारी समूह में 12-13 अगस्त को इस विषय पर चर्चा की गई। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि समूह ने कृषि के क्षेत्र में सहयोग और अनुसंधान को मजबूत करने के लिए घनिष्ठ संबंधों के निर्माण पर जोर दिया।
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बैठक में समूह ने कहा कि संयुक्तराष्ट्र ने इस बात का उल्लेख किया है कि ब्रिक्स देश भूख और गरीबी को मिटाने के लिए 2030 सतत विकास लक्ष्यों के उद्देश्यों को प्राप्त करने में मदद करने के लिए अग्रणी भूमिका निभाने के लिहाज से अच्छी स्थिति में हैं। बैठक में ब्रिक्स देशों में मजबूत कृषि अनुसंधान आधार और ज्ञान का दोहन एवं उसे साझा करने की जरूरत, विशेष रूप से जलवायु परिवर्तन की स्थिति को देखते हुए उन्नत उत्पादकता के लिए बेहतर समाधान प्रदान करने के लिए प्रयोगशाला से भूमि तक प्रौद्योगिकियों के हस्तांतरण की सुविधा, कृषि जैव विविधता को बनाए रखने और प्राकृतिक संसाधनों के सतत उपयोग को सुनिश्चित करने की जरूरत को स्वीकार किया गया।
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बयान के अनुसार, भारत ने कृषि अनुसंधान, विस्तार, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण के क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए ब्रिक्स कृषि अनुसंधान मंच विकसित किया है।
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