नयी दिल्ली। माल एवं सेवा कर (जीएसटी) में कटौती का लाभ उपभोक्ताओं को देने में ब्रांड सुस्ती दिखाते हैं। एक सर्वे में कहा गया है कि उपभोक्ता चाहते हैं कि मुनाफाखोरी रोधक जांच का मामला सिर्फ उस उत्पाद तक सीमित नहीं रहनी चाहिए जिसके बारे में शिकायत की गई है। लोकल सर्किल्स ने जीएसटी कटौती का लाभ उपभोक्ताओं तक स्थानांतरित होने के बारे में एक सर्वे किया है।
सर्वे के अनुसार, 'सिर्फ 12 प्रतिशत लोगों का कहना था कि निचले कर का पूरा लाभ उन्हें मिला है। वहीं 23 प्रतिशत ने कहा कि कर में कटौती का आंशिक लाभ ही उपभोक्ताओं को दिया जाता है। वहीं 47 प्रतिशत की राय थी कि कर कटौती का कोई लाभ उपभोक्ताओं को नहीं दिया जाता। 18 प्रतिशत ने कहा कि उन्हें इसके बारे में पूरी जानकारी नहीं है।'
बता दें कि माल एवं सेवा कर (जीएसटी) का उद्देश्य देश में कर ढांचे को सुगम करना है। जीएसटी लागू होने के बाद से जीएसटी परिषद की कई बैठकें हो चुकी हैं। इन बैठकों में विभिन्न उत्पादों और सेवाओं पर कर की दर घटाई गई हैं।