नई दिल्ली। पहली अप्रैल से भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के 5 सहयोगी बैंकों का विलय SBI में हो जाएगा। इन बैंकों में स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर और स्टेट बैंक ऑफ पटियाला शामिल हैं। पहली अप्रैल से इन बैंकों की सभी शाखाएं SBI के ब्रांच के रूप में काम करेंगी।
यह भी पढ़ें : सरकार ने महिला बैंक को स्टेट बैंक में मिलाने का किया निर्णय, महिलाओं तक पहुंचेगी बेहतर सेवाएं
महिला बैंक का भी SBI में होगा विलय
- इसके अलावा केंद्र सरकार भारतीय महिला बैंक का भी SBI में विलय का ऐलान कर चुकी है।
- सरकार का कहना है कि इससे महिलाओं को बेहतर बैंकिंग सुविधाएं मिल सकेंगी।
- SBI के सहयोगी बैंकों की ओर से जारी किए जाने वाले डेबिट और क्रेडिट कार्ड पहले से ही SBI के नेटवर्क के तहत ही काम करते थे।
- माना जा रहा है कि सहयोगी बैंकों के विलय से SBI और मजबूत होगा और उसकी वित्तीय स्थिति भी बेहतर होगी।
यह भी पढ़ें : दुनिया के सबसे अमीरों की सूची में बिल गेट्स लगातार चौथे साल पहले पायदान पर, टॉप-10 में नहीं कोई भी इंडियंस
- कुछ दिनों पहले SBI की चेयरपर्सन अरुंधति भट्टाचार्य ने कहा था कि विलय के साथ ही बैंक को 5,000 करोड़ रुपए की निश्चित पूंजी हासिल होगी।
- रिपोर्ट्स की मानें तो विलय की योजना अगर मूर्त रूप लेती है तो SBI के पास 21 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा के डिपॉजिट्स होंगे।
- इसके अलावा लोन बुक भी 17.5 लाख करोड़ रुपये के करीब पहुंच जाएगी।