नई दिल्ली। देश विदेश के निवेशकों को अब एलआईसी के आईपीओ का इंतजार है। एक अनुमान के मुताबिक ये आईपीओ अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ साबित हो सकता है। बजट में वित्त मंत्री ने ऐलान किया है कि अगले वित्त वर्ष में एलआईसी का आईपीओ लाया जाएगा। जिसके बाद डिपार्टमेंट ऑफ इंवेस्टमेंट एंड पब्लिक ऐसेट मैनेजमेंट (DIPAM) के सेक्रेटरी तुहिन कांता पांडेय ने इस मेगा आईपीओ की योजना का खुलासा किया है।
कब आएगा एलआईसी का आईपीओ
DIPAM सचिव ने कहा है कि LIC का IPO अक्टूबर, 2021 के बाद आएगा। सचिव ने कहा कि केंद्र सरकार ने LIC और IDBI बैंक में हिस्सा बिक्री की प्रक्रिया शुरू करने के लिए जरूरी विधायी मंजूरी के लिए फाइनेंस बिल संसद में पेश कर दिया है। इसके अलग से बिल नहीं आएगा, क्योंकि यह फाइनेंस बिल में ही शामिल कर दिया गया है। LIC के IPO से पहले वैल्यूएशन के लिए एक्चुअरियल फर्म को नियुक्त किया गया है। वहीं, Deloitte और SBI Capital को प्री-आईपीओ एडवाइजर नियुक्त किया गया है। सरकार आईपीओ के जरिए 10 फीसदी हिस्सेदारी ही बेचेगी। एक अनुमान के मुताबिक 10 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने पर सरकार को 90 हजार करोड़ रुपए से अधिक मिल सकते हैं। वहीं इस आधार पर लिस्टेड कंपनी आसानी से देश की टॉप 3 कंपनियों में शामिल हो सकती है।
क्या है हिस्सा बिक्री की अन्य योजनाएं
केंद्र सरकार पहले ही एयर इंडिया, बीपीसीएल शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया में अपना हिस्सा बेचने की कवायद शुरू कर चुकी है। इसमें से एयर इंडिया में बिड पाने का पहला चरण पूरा हो चुका है, जल्द ही सरकार अगले चरण की शुरुआत करेगी। वहीं बीपीसीएल के लिए भी सरकार को बोलियां मिल चुकी हैं। शिपिंग कार्पोरेशन ऑफ इंडिया के लिए बोली जमा करने का आखिरी तारीख 13 फरवरी 2021 तय की गई है। दीपम सचिव के मुताबिक बीपीसीएल और एयर इंडिया में हिस्सा बिक्री सितंबर तक पूरा कर ली जाएगी।